गहलोत का अध्यक्ष बनना तय, 24 साल बाद गैर गांधी को मिलेगी कांग्रेस की कमान!
नई दिल्ली। कांग्रेस में नए अध्यक्ष के नामों को लेकर सियासी अटकलें तेज हैं। इसी बीच पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि राहुल गांधी नामांकन के दौरान भारत जोड़ो यात्रा पर रहेंगे और वे दिल्ली नहीं जाएंगे। रमेश के इस बयान के बाद यह तय हो गया है कि राहुल पार्टी के अध्यक्ष पद की कमान नहीं संभालेंगे। राहुल के चुनाव नहीं लडऩे के बाद कांग्रेस की कमान गैर-गांधी के हाथ में जाना तय माना जा रहा है। ऐसे में अब राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का कांग्रेस अध्यक्ष बनना तय माना जा रहा है।
इसे भी देखें
बदलेगी भारतीय सेना की वर्दी, हटेंगे गुलामी के निशान
गहलोत ने सोनिया गांधी से मुलाकात की
उधर, बुधवार को राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत सोनिया गांधी से मिलने दिल्ली पहुंचे। माना जा रहा है कि सोनिया गांधी से उनकी मुलाकात के दौरान अध्यक्ष पद के चुनाव से जुड़े विषयों पर ही मुख्य रूप से चर्चा हुई है। अध्यक्ष पद की दौड़ में गहलोत का नाम सबसे आगे है। उन्होंने खुद मीडिया से चर्चा में माना है कि वे राहुल गांधी को मनाने की कोशिश करेंगे, लेकिन वे नहीं माने तो पार्टी चाहेगी तो वे अध्यक्ष बनने से इनकार नहीं कर सकेंगे।
इसे भी देखें
11 मसाला फसलों की खेती पर सरकार देगी अनुदान, जानें पूरी प्रक्रिया और करें आवेदन
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि मैं आखिरी बार राहुल जी से आग्रह करूंगा कि वे कांग्रेस के अध्यक्ष बनें, उसके बाद मैं फैसला करूंगा। पार्टी ने मुझे सबकुछ दिया है, जो भी जिम्मेदारी मिलेगी वह मैं निभाऊंगा। अगर पार्टी को लगता है कि मेरी अध्यक्ष के रूप में जरूरत है तो मैं मना नहीं कर पाऊंगा।
इसे भी देखें
केंद्रीय कैबिनेट ने नेशनल लॉजिस्टिक पॉलिसी को को दी मंजूरी
दिल्ली में भी हलचल शुरू
कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव को लेकर दिल्ली में भी हलचल शुरू हो गई है। राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने बुधवार को सोनिया गांधी से मुलाकात की। वहीं, सांसद शशि थरूर सुबह कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे और सेंट्रल इलेक्शन ऑथोरिटी से मुलाकात की। पार्टी के दोनों वरिष्ठ नेता अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ सकते हैं।
इसे भी देखें
पीएम केयर्स फंड के ट्रस्टी बने रतन टाटा
गौरतलब है कि 1998 में सीताराम केसरी को हटाकर सोनिया गांधी कांग्रेस की अध्यक्ष चुनी गई थीं। उसके बाद 2017 में राहुल कांग्रेस अध्यक्ष बने थे, लेकिन 2019 में उन्होंने पद छोड़ दिया था। 2019 के बाद से सोनिया अंतरिम तौर पर कांग्रेस की कमान संभाल रही हैं, लेकिन हेल्थ इश्यू की वजह से उन्होंने अध्यक्ष बनने से इनकार कर दिया है।