महंगाई राहत कैम्प: राज्य सरकार जनता तक पहुंचकर दे रही महंगाई से तत्काल राहत

महंगाई राहत कैम्प: राज्य सरकार जनता तक पहुंचकर दे रही महंगाई से तत्काल राहत

जयपुर। राज्य सरकार द्वारा आयोजित किये जा रहे महंगाई राहत कैम्प की चर्चा इन दिनों जन-जन की जुबान पर है। ये ऐसा अनूठा अभियान है जिसके द्वारा राज्य सरकार खुद जनता तक पहुंचकर उनको महंगाई से तत्काल राहत प्रदान कर रही है।  मुख्यमंत्री की समाज के प्रत्येक वर्ग को लाभ पहुंचाने की सोच को मूर्त रूप दे रहे इन कैम्पों में प्रशासन का संवेदनशील रूप भी नज़र आ रहा है। जानकारी के अभाव में जरूरी दस्तावेज न बनवा पाए लोगों की भी प्राथमिकता से मदद कर लाभान्वित किया जा रहा है। प्रत्येक जिले में ऐसे लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है जिनको महंगाई राहत कैम्प ने दोहरा फायदा दिया है।

मथुरा बाई को मिला राहत कैंप में सम्बल
 बूंदी जिले के बासनी गांव निवासी 75 वर्षीय बुजुर्ग मथुरा बाई को महंगाई राहत कैंप में 6 योजना के लाभ से काफी संबल मिला है। मथुरा बाई की आर्थिक स्थिति कमजोर है, तथा पुत्र सिलाई का काम करके जैसे तैसे परिवार का गुजर बसर करता हैं। ऐसे में जब उनको राहत कैंप की जानकारी मिली तो वे योजनाओं के लाभ की आस लेकर कैंप में पहुंची। मथुरा बाई को राहत कैंप में मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना, मुख्यमंत्री चिरंजीवी दुर्घटना बीमा योजना, इंदिरा गांधी गैस सिलेंडर सब्सिडी योजना, मुख्यमंत्री नि:शुल्क घरेलू बिजली योजना, सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना तथा मुख्यमंत्री नि:शुल्क अन्नपूर्णा फूड पैकेट योजना में लाभान्वित किया गया। एक साथ इतनी सारी योजनाओं का लाभ मिलने के बाद मथुरा बाई ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने निर्धन व जरूरतमंद परिवारों को मंहगाई के इस जमाने में बहुत बडी राहत दी है।

नैराज  का सहारा बनी राज्य सरकार
 टोंक जिले के कचौलिया गाँव  में आयोजित कैम्प  अभावों में गुजारा कर रही नैराज गुर्जर के लिए बदलावकारी साबित हुआ। नैराज पिछले 8 वर्ष से परित्यक्ता का जीवन यापन कर रही हैं। आय के नियमित साधन के अभाव में वे आर्थिक संकट से गुजर रही थीं। कैम्प में उन्होंने अपनी पीड़ा अधिकारियों को बताई तो संवेदनशीलता का परिचय देते हुए उन्होंने तत्काल नैराज का परित्यक्ता प्रमाण पत्र बनवा दिया। यही नहीं, उनका जनाधार अपडेट कर परित्यक्ता पेंशन भी उसी समय शुरू कर दी गई । कैम्प में अविलम्ब राहत मिलने से नैराज की आँखों में ख़ुशी के आंसू आ गए। जिला प्रशासन का आभार व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि महंगाई राहत कैम्प ने उनको जीवन यापन का सहारा दे दिया।

 दीपाराम के घर में उपजी खुशियां
 जोधपुर जिले की  ग्राम पंचायत गोपालपुरा निवासी दीपाराम खेती-बाड़ी कर परिवार का गुजारा करते हैं। महंगाई राहत  कैम्प में उनको मुख्यमंत्री निःशुल्क कृषि बिजली योजना सहित 8 योजनाओं में  पंजीकृत कर लाभान्वित किया गया। दीपाराम ने बताया कि महंगाई के भारी बोझ और अनिश्चित मौसम की मार  के कारण घर का खर्च वहन करना बहुत दुष्कर हो रहा था। उस पर खेत की  बिजली का बिल भरना भी चुनौती हो रहा था। हालांकि राज्य सरकार ने पहले भी बिजली बिल में मासिक एक हजार रूपये की सब्सिडी देकर राहत प्रदान की थी मगर अब 2000 यूनिट कृषि बिजली फ्री होने से उन्हें बिजली बिल की चिंता से पूरी तरह मुक्ति मिल गई है । दीपाराम ने भावुक होते हुए कहा कि ये कैंप लोगों को बड़ी राहत दे रहे हैं ।

 रामप्यारी के बुढ़ापे की लाठी बनी सरकार
 बारां की ओगाड ग्राम पंचायत में  रहने वाली  67 वर्षीय रामप्यारी के पति का कई वर्ष पूर्व स्वर्गवास हो चुका है। जीवनसाथी की कमी और वृद्धावस्था के कारण रामप्यारी के लिए मुसीबतें दोहरी हो गई है। बेतहाशा महंगाई के कारण जीवन की गाड़ी डगमगा रही है । कैंप में उनका 6 योजनाओं- सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना, मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना, मुख्यमंत्री चिरंजीवी दुर्घटना बीमा योजना, कामधेनु बीमा योजना, मुख्यमंत्री निशुल्क अन्नपूर्णा फूड पैकेट योजना एवं इंदिरा गांधी गैस सिलेंडर सब्सिडी योजना में पंजीकरण कर मुख्यमंत्री गारंटी कार्ड प्रदान किए गए। कार्ड पाकर रामप्यारी भाव विभोर हो गई ,बोली "महंगाई राहत कैम्प के माध्यम से सरकार ने बड़ा सहारा दिया है। मुझ जैसे लोग जो सरकार तक नहीं पहुंच पा रहे हैं सरकार खुद उन तक पहुंच रही है ।"

कांति की गृहस्थी की गाड़ी  को मिली  रफ़्तार
जैसलमेर जिले में सोनाराम की ढ़ाणी  निवासी कांतिदेवी  का परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहा है। उनके पति  पेशे से वाहन चालक हैं। सीमित आय के कारण गृहस्थी का बोझ पहाड़ जैसा साबित हो रहा है। महंगाई के दौर में कांतिदेवी के परिवार के लिए एक- एक रुपया बहुत मायने रखता है। ऐसे में जब उनको महंगाई राहत कैम्प में एक साथ 6 योजनाओं का लाभ मिला तो वे ख़ुशी से चहक उठीं। कांतिदेवी को 500 रुपये में गैस सिलेंडर, हर महीने निःशुल्क अन्नपूर्णा फूड पैकेट, दो दुधारू पशुओं के लिए 40-40 हजार रुपये के बीमा कवर की सौगात मिली। वहीं वर्ष में 125 दिन के रोजगार की गारंटी तथा 25 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा और 10 लाख रुपये का दुर्घटना बीमा भी प्राप्त हुआ। उन्होंने मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत का अन्तर्मन से आभार व्यक्त करते हुए कहा कि योजनाओं का लाभ मिलने से उनके परिवार को बहुत बड़ा सम्बल मिलेगा।

 महंगाई राहत कैम्प से संतोष को मिला संतोष

बीकानेर निवासी  संतोष देवी लोगों के घरों में साफ-सफाई का कार्य करती हैं।  पति बेरोज़गार हैं। ऐसे में घर चलाने की पूरी जिम्मेदारी संतोष के कन्धों पर ही आ गई है। बड़े परिवार में कम आय होने से जीवन यापन में अनेक परेशानियां हैं । महंगाई राहत कैम्प में पहुँचने पर उनका  6 कल्याणकारी योजनाओं में रजिस्ट्रेशन कर लाभान्वित किया गया।  संतोष देवी ने बताया- "कैम्प में पहुँचने से पहले मेरे मन में काफी शंकाएं थीं कि योजनाओं का लाभ मिलेगा या नहीं, मगर राज्य सरकार से इतना लाभ पाकर बहुत संतोष महसूस हो रहा है। सरकार का तहे दिल से धन्यवाद।"

 महंगाई राहत कैंप में राहत के साथ  मनोरंजन भी
 हनुमानगढ़ जिले के  गांव सुरेवाला में आयोजित महंगाई राहत कैंप में राहत और मनोरंजन के दोहरे रंग नज़र आये। हुआ यूं कि कैम्प में कुछ लोक कलाकार भी विभिन्न योजनाओं में अपना पंजीयन करवाने पहुंचे थे। कम समय में ही एक साथ कई योजनाओं  का लाभ पाकर इन कलाकारों के चेहरे ख़ुशी से खिल उठे। इस ख़ुशी के माहौल में उस समय चार चाँद लग गए जब गायक झंडा सिंह ने लोकगीत सुनाकर कैम्प में उपस्थित लोगों को मन्त्र मुग्ध कर दिया।

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