मप्र ने तैयार किया देश का पहला वाइल्ड लाइफ इको सेंसेटिव जोनल प्लान
भोपाल। देश का दिल यानि मध्यप्रदेश ने देश का पहला वाइल्ड लाइफ इको सेंसेटिव जोनल प्लान तैयार कर लिया है। यह जोनल प्लान एशिया के सबसे बड़े सतपुड़ा टाइगर रिजर्व का बना है। हालांकि, इसका अभी नोटिफिकेशन जारी नहीं हुआ है, जिसका अभी इंतजार किया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक, सुप्रीम कोर्ट के आदेश के 2 महीने बाद ही वाइल्ड लाइफ का इको सेंसेटिव जोनल प्लान बन गया था।
पूरे प्रदेश को छह क्लस्टर और 27 भागों में बांटा
इस प्लान की तीन प्रतियां संबंधित विभाग ने नर्मदापुरम मप्र पर्यावरण विभाग और वाइल्ड लाइफ मुख्यालय को सौंपी हैं। एमपी के सभी नेशनल और टाइगर रिजर्व का वाइल्ड लाइफ जोनल प्लान बनाकर देने की जिम्मेदारी इको टूरिज्म बोर्ड को दी गई है। इको टूरिज्म बोर्ड ने पूरे प्रदेश को छह क्लस्टर और 27 भागों में बांटा है। इको टूरिज्म बोर्ड वाइल्ड लाइफ जोनल प्लान आउट सोर्स के माध्यम से क्रियान्वित करा रहा है। इसके लिए उन्होंने टेंडर निकाले हैं। इधर, वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि यदि इसका नोटिफिकेशन जारी नहीं होता है, तो जोनल प्लान के मुताबिक कानूनन कोई काम नहीं कर सकते।
केंद्र सरकार को भेजा प्लान
वाइल्ड लाइफ मुख्यालय के पीसीसीएफ जेएस चौहान ने बताया कि, एसटीआर का वाइल्ड लाइफ इको सेंसेटिव जोनल प्लान बन गया है। नोटिफिकेशन का काम सरकार का है। सुप्रीम कोर्ट की गाइड लाइन का पालन करते हुए सभी टाइगर रिजर्व, नेशनल पार्क और सेंचुरी का इको सेंसेटिव जोन घोषित करके केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय एवं सुप्रीम कोर्ट को प्लान और नोटिफिकेशन भेजा है।
सुप्रीम कोर्ट में लगाई अर्जी
इको सेंसेटिव जोन को 1 किमी किए जाने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद इस मुद्दे को लेकर वाइल्ड लाइफ मुख्यालय ने सुप्रीम कोर्ट में अर्जी लगाई है। जिसमें कहा गया कि अन्य राज्यों में इकाई सेंसेटिव जोनल प्लान बना है या नहीं यह पता नहीं लेकिन मप्र का वाइल्ड लाइफ इको सेंसेटिव जोनल प्लान बन चुका है। अब कोर्ट मार्गदर्शन दे कि पूर्व में दिए गए आदेश का पालन करना है।