शिवरात्रि से गुड़ी पड़वा तक महाकाल लोक के कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे

शिवरात्रि से गुड़ी पड़वा तक महाकाल लोक के कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे

brijesh parmar
उज्जैन । मंगलवार को पूर्वान्ह प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान उज्जैन आए। कालिदास अकादमी में आयोजित महाकाल लोक की आयोजन समिति के सदस्यों एवं साधु-सन्तों के आभार प्रदर्शन कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने सभी साधु-सन्तों एवं आयोजन समिति के सदस्यों का आभार प्रदर्शन किया और कहा कि आप सबके प्रयासों से महाकाल लोक का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हाथों सम्पन्न हुआ। मुख्यमंत्री ने आभार स्वरूप साधु-सन्तों एवं आयोजन समिति के सदस्यों पर पुष्पवर्षा की।

महाकाल लोक की रचना अदभुत एवं अद्वितीय

श्री चौहान ने कहा कि महाकाल लोक की रचना अदभुत एवं अद्वितीय है। महाकाल लोक की ख्याति देश-विदेश में है। यह ईश्वर की अनुपम कृति है। महाकाल लोक का और अधिक प्रचार-प्रसार करने के लिये और इसे देश-विदेश में आमजनों तक पहुंचाने के लिये अब उज्जैन में शिवरात्रि से गुड़ी पड़वा तक महाकाल लोक के कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि महाकाल लोक के विषय में लोग अधिक से अधिक जानें, इसके लिये वे स्वयं देश के प्रमुख लोगों को महाकाल लोक के दर्शन करने के लिये पत्र भेजेंगे एवं महाकाल का प्रसाद भी भेजेंगे। उन्होंने कहा कि महाकाल लोक का संचालन अब व्यवस्थित ढंग से हो, इसके लिये विस्तृत कार्य योजना बनाई जायेगी।

गांवों से भी लोगों को महाकाल लोक का भ्रमण कराया जायेगा

उन्होंने आयोजन समिति से सुझाव भी आमंत्रित किये। उन्होंने कहा कि भगवान महाकाल सर्वोपरि हैं। हम सब उनके सेवक हैं। उन्होंने कहा कि दीपावली के दिन महाकाल लोक दीपों से जगमगाये। उन्होंने कहा कि सभी लोग महाकाल लोक के नाम पर एक दीया जरूर जलायें। सब पवित्रता एवं श्रद्धा का भाव बनाये रखें और अपने मन में कभी भी नकारात्मकता का भाव न लायें।मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले दिनों में गांवों से भी लोगों को महाकाल लोक का भ्रमण कराया जायेगा। गांव से आने वाले श्रद्धालु अपने गांव से जल लाकर रूद्र सागर में प्रवाहित करेंगे एवं रूद्र सागर के पवित्र जल को लेकर महाकाल का अभिषेक करेंगे। इसके लिये विस्तृत कार्य योजना भी बनाई जा रही है। उन्होंने कहा कि महाकाल लोक का लोकार्पण का कार्यक्रम एक व्यवस्थित एवं सम्पूर्ण कार्यक्रम था। आज तक ऐसा कार्यक्रम देश में नहीं हुआ है। यह हमारे लिये पूर्ण विराम नहीं, अपितु अभी हम महाकाल लोक के द्वितीय चरण का कार्य भी शुरू करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले समय में महाकाल लोक के समीप एक हजार कमरों की धर्मशाला भी बनाई जायेगी। धर्मशाला बनने से निम्न एवं मध्यम वर्ग के लोगों की कम कीमत पर ठहरने की व्यवस्था हो पायेगी।

आयोजन समिति के सदस्यों ने सुझाव दिये

आयोजन समिति के सदस्यों ने मुख्यमंत्री को महाकाल लोक के रख-रखाव एवं सुचारू संचालन के लिये अनेक सुझाव दिये। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी सुझावों पर विचार किया जायेगा। महाकाल लोक की आयोजन समिति के विचार-विमर्श एवं आभार प्रदर्शन कार्यक्रम में आचार्य शेखर महाराज, महन्त रामेश्वरदास, विनीत गिरि महाराज, सरस्वती महाराज, उमेशनाथ महाराज, सहित जनप्रतिनिधिगण, आयोजन समिति के सदस्यगण उपस्थित थे।

अतिथि गृह का लोकार्पण, मेघदूत वन गार्डन का भूमि पूजन
श्री चौहान ने मंगलवार को जेके सीमेंट कंपनी द्वारा बनाये गये अतिथि गृह का लोकार्पण किया। श्री चौहान ने विधिवत पूजन-अर्चन कर एवं दीप प्रज्वलित कर अतिथि गृह का लोकार्पण किया। अतिथि गृह महाकाल के श्रद्धालुओं के लिये बनाया गया है। उन्होंने श्री महाकाल लोक परियोजना के द्वितीय चरण के अन्तर्गत मेघदूत वन का भूमि पूजन किया। मेघदूत वन के बनने के बाद यहां प्रवचन के कार्यक्रम, भजन संध्या एवं धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे।

महाकाल लोक के श्रमिकों, कारीगरों के साथ भोजन
मुख्यमंत्री ने त्रिवेणी संग्रहालय में अलौकिक लोक महाकाल लोक के निर्माण में अलग-अलग कार्यों के लिये लगे शिल्पकार एवं अन्य कार्य करने वाले कारीगरों का आत्मीय हृदय से सम्मान किया। 

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