देवउठनी एकादशी पर 23 नवंबर से फिर शादी-विवाह की शुरुआत हो जाएगी
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भोपाल। चार माह के देवशयनकाल के बाद देवउठनी एकादशी पर 23 नवंबर से फिर शादी-विवाह की शुरुआत हो जाएगी। साल के अंतिम दो माह में केवल 14 दिन ही मुहूर्त रहेंगे। आखिरी मुहूर्त 15 दिसंबर को है। इसके बाद खरमास लगने के कारण एक माह विवाह नहीं हो सकेंगे। उसके बाद विवाह मुहूर्त मकर संक्रांति के बाद 16 जनवरी से शुरू होंगे। नवंबर और दिसंबर माह में शादी समारोह के लिए लगभग सभी मैरिज गार्डन की बुकिंग फुल हो चुकी है। शहर में 300 वेडिंग डेस्टिनेशन हैं। सभी शुभ मुहूर्त की बुकिंग हो चुकी है।
देवउठनी एकादशी पर अबूझ मुहूर्त
23 नवंबर को देवउठनी एकादशी पर अबूझ मुहूर्त है, इसलिए इस दिन मुहूर्त निकालने की आवश्यकता नहीं होती। इस दिन शालीग्राम-तुलसी विवाह किया जाता है। इसके बाद इस माह में अंतिम विवाह मुहूर्त 29 नवंबर को रहेगा। इस माह में कुल पांच दिन मुहूर्त रहेंगे। ज्योतिषाचार्य महेंद्र जोशी ने बताया दिसंबर में 9 शुभ विवाह मुहूर्त हैं, जिसमें 15 दिसंबर आखिरी मुहूर्त है। इसके बाद 16 जनवरी मकर संक्रांति के बाद से फिर से विवाह की शुरुआत होगी। 27 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा होने से यह दिन विवाह के लिए बहुत शुभ माना जाता है।
कब कितने विवाह मुहूर्त
नवंबर - 23, 24, 27, 28, 29
दिसंबर - 3, 4, 5, 6, 7, 9, 13, 14, 15