कौशल विकास संचालनालय एवं इंडो जर्मन इनीशिएटिव फॉर टेक्निकल एजुकेशन के मध्य हुआ एमओयू
भोपाल, मध्यप्रदेश में तकनीकी शिक्षा और कौशल विकास को नई दिशा देने के लिए कौशल विकास संचालनालय और सीमेंस लिमिटेड के बीच इन्डो-जर्मन इनिशिएटिव फॉर टेक्निकल एजुकेशन प्रोग्राम के दूसरे चरण के तहत द्विपक्षीय समझौता संपन्न हुआ। इस अवसर पर कौशल विकास संचालनालय के संचालक गिरीश शर्मा (आईएएस) और सीमेंस लिमिटेड के धर्मवीर सिंह ने इस समझौते का आदान-प्रदान किया।
IGnITE प्रोग्राम, जो जर्मन ड्यूल वीईटी (दोहरे व्यावसायिक शिक्षा और प्रशिक्षण) मॉडल पर आधारित है। इस प्रोग्राम के तहत प्रदेश के चार प्रमुख इंडस्ट्री क्लस्टर—ग्वालियर/शिवपुरी, जबलपुर/कटनी, सागर/दमोह और रीवा/सतना के अंतर्गत 40 शासकीय आईटीआई का चयन किया गया है। इन संस्थानों में 10 प्रमुख ट्रेड्स, जैसे इलेक्ट्रीशियन, इलेक्ट्रॉनिक मैकेनिक, फिटर, टर्नर, और वेल्डर के छात्रों को उद्योग आधारित "इन-प्लांट ट्रेनिंग" दी जाएगी।
सीमेंस लिमिटेड के विशेषज्ञ न केवल इन ट्रेड्स के छात्रों को प्रशिक्षण देंगे, बल्कि आईटीआई के प्राचार्यों, प्रशिक्षण अधिकारियों और ट्रेनिंग एवं प्लेसमेंट ऑफिसर्स की क्षमता निर्माण पर भी काम करेंगे। यह प्रोग्राम उद्योगों की जरूरतों और छात्रों के कौशल के बीच पुल का काम करेगा, जिससे युवाओं को रोजगार के बेहतर अवसर मिल सकेंगे।
इसके अलावा, सीमेंस फाइनेंशियल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड और कौशल विकास संचालनालय के बीच एक अन्य महत्वपूर्ण समझौता भी संपन्न हुआ। इस समझौते के तहत उज्जैन स्थित शासकीय संभागीय आईटीआई में एक अत्याधुनिक मैन्युफैक्चरिंग टेक्नोलॉजी लैब स्थापित की जाएगी। यह लैब डिज़ाइन, सीएनसी प्रोग्रामिंग, 3डी प्रिंटिंग और डिजिटल टेक्नोलॉजीज के माध्यम से कौशल विकास को नई दिशा प्रदान करेगी। यह पहल प्रदेश के युवाओं को वैश्विक मानकों पर आधारित तकनीकी प्रशिक्षण देकर उन्हें प्रतिस्पर्धी बनाने का प्रयास है।
उज्जैन स्थित शासकीय संभागीय आईटीआई में स्थापित होने वाली मैन्युफैक्चरिंग टेक्नोलॉजी लैब को सीमेंस फाइनेंशियल सर्विसेज के सीएसआर से बनाया जायेगा। यह लैब औद्योगिक डिजिटलीकरण और उन्नत तकनीकों का केंद्र बनेगी। इसमें छात्रों को डिज़ाइन और मॉडलिंग कौशल विकसित करने के लिए सीएडी तकनीक का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके साथ ही, सी एन सी प्रोग्रामिंग और सिमुलेशन का व्यावहारिक अनुभव फिजिकल और वर्चुअल सिमुलेटर्स के माध्यम से प्रदान किया जाएगा। लैब में एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग, 3D प्रिंटिंग की अत्याधुनिक तकनीकों पर भी प्रशिक्षण दिया जाएगा, जो छात्रों को उत्पाद निर्माण की नई प्रक्रियाओं से परिचित कराएगा। इसके अलावा, डिजिटल कौशल और इंडस्ट्री 4.0 के अनुरूप आधुनिक तकनीकों का उपयोग कर, छात्रों को भविष्य के उद्योगों की जरूरतों के लिए तैयार किया जाएगा।
कौशल विकास एवं रोजगार राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और उज्जैन के प्रभारी मंत्री गौतम टेटवाल ने इसे युवाओं के लिए एक बड़ा अवसर बताते हुए कहा कि यह लैब न केवल प्रशिक्षण का केंद्र बनेगी, बल्कि नवाचार और आत्मनिर्भरता को भी बढ़ावा देगी। उज्जैन में आईटी पार्क के भूमि-पूजन के बाद आईटीआई उज्जैन में मैन्युफैक्चरिंग टेक्नोलॉजी लैब की स्थापना, उज्जैन और प्रदेश को तकनीकी और औद्योगिक शिक्षा के क्षेत्र में देश के अग्रणी राज्यों में शामिल करेगी।