पीएम धन-धान्य कृषि योजना और दलहन आत्मनिर्भरता मिशन के अन्तर्गत किसानों की आय बढ़ाने हेतु नई पहल

जयपुर। कृषि क्षेत्र के समग्र विकास और किसानों की आय दुगूनी करने के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए केन्द्र सरकार ‘पीएम धन-धान्य कृषि योजना’ और ‘दलहन आत्मनिर्भरता मिशन’ प्रारम्भ करने जा रही है। इनका उद्देश्य देश भर में किसानों को आधुनिक कृषि तकनीकों, फसल विविधकरण, मूल्य संवर्धन और बाजार सुविधा से जोड़ना है।
आयुक्त कृषि एवं उद्यानिकी सुरेश कुमार ओला ने बताया कि ‘पीएम धन-धान्य कृषि योजना’ एवं ‘दलहन आत्मनिर्भरता मिशन’ का शुभारम्भ 11 अक्टूबर, शनिवार को नई दिल्ली से माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा किया जा रहा है। इसी तर्ज पर इस योजना का राज्य स्तरीय कार्यक्रम शनिवार को कृषि अनुसंधान संस्थान, जयपुर में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित किया जाएगा।
कृषि आयुक्त ने बताया कि राज्य स्तरीय कार्यक्रम में लगभग 450 कृषक भाग लेंगे। यह कार्यक्रम राज्य के सभी किसान समृद्धि केंद्रों, कृषि विज्ञान केंद्रों, आईसीएआर संस्थानों, पंचायतों, ब्लॉक और जिला मुख्यालयों पर भी आयोजित किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि ‘पीएम धन-धान्य कृषि योजना’ में देश के 100 जिलों को शामिल किया गया है। जिनमें बाड़मेर, जैसलमेर, पाली, नागोर, जोधपुर, बीकानेर, चूरू और जालौर भी शामिल हैं। योजना से देश के लगभग 1 करोड़ 70 लाख किसान लाभान्वित होंगे।
योजनांतर्गत जिन जिलों का उत्पादन देश के औसत उत्पादन से कम है, उन जिलों के उत्पादन को बढ़ा कर देश के औसत उत्पादन के बराबर लाना है जिससे देश के कृषकों की आय में वृद्धि होगी और देश आर्थिक रूप से मजबूत बनेगा।
‘पीएम धन-धान्य कृषि योजना’ केन्द्र सरकार द्वारा छोटे और सीमांत किसानों की कृषि उत्पादकता और आजीविका बढ़ाने के लिए शुरू की गई है। इस योजना का लक्ष्य आधुनिक कृषि पद्धतियां, टिकाउ कृषि और संसाधनों का कुशल प्रबंधन है। यह योजना पूरे देश में कम उत्पादकता और मध्यम फसल संघनता वाले 100 जिलों में लागू की जा रही है, इस योजना का प्रमुख उद्देश्य ब्लॉक और पंचायत स्तर पर फसल कटाई के बाद के बुनियादी ढांचे में सुधार करना है।