अब आयुष्मान भारत-स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों का नाम होगा 'आयुष्मान आरोग्य मंदिर'
नई दिल्ली, केंद्र सरकार ने आयुष्मान भारत योजना को लेकर बड़ा फैसला लिया है। सरकार के फैसले के बाद राज्यों में आयुष्मान भारत-स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों का नाम बदला जाएगा। सरकार ने बताया है कि अब राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में इन केंद्रों का नाम बदलकर 'आयुष्मान आरोग्य मंदिर' रखा जाएगा।
स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों का नाम बदलने के लिए पत्र भेजा
नाम बदले जाने के संबंध में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को पत्र लिखा है। अपर सचिव और मिशन निदेशक एलएस चांगसन ने राज्यों को स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों का नाम बदलने के लिए एक पत्र भेजा है।
अब बदले जाएंगे देशभर में 1.6 लाख से अधिक केंद्रों के नाम
भारत सरकार की योजना के तहत संचालित हेल्थ और वेलनेस केंद्रों का नाम बदलने के संबंध में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के निदेशक चांगसन ने कहा कि बीते पांच साल में देशभर में 1.6 लाख से अधिक आयुष्मान भारत हेल्थ-वेलनेस केंद्रों की स्थापना की गई है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की योजना के तहत इन केंद्रों पर पर्याप्त दवाएं, स्वास्थ्यकर्मी, जांच की व्यवस्था और बुनियादी स्वास्थ्य संरचना का इंतजाम किया गया है।
रीब्रांडिंग प्रक्रिया के कार्यान्वयन के लिए नाम बदलने का फैसला
स्वास्थ्य मंत्रालय ने नाम बदले जाने के कारणों को रेखांकित करते हुए बताया कि आयुष्मान भारत का सपना साकार करने के मकसद से इन केंद्रों का नाम बदलने का फैसला लिया गया है। रीब्रांडिंग प्रक्रिया के कार्यान्वयन के लिए राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को भेजे गए पत्र के मुताबिक सक्षम प्राधिकारी ने आयुष्मान भारत-स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों का नाम बदलने का फैसला लिया है।अब इन केंद्रों के नाम 'आरोग्य परमं धनम्' टैगलाइन के साथ 'आयुष्मान आरोग्य मंदिर' किया जाएगा।
2018 में शुरू की गई आयुष्मान भारत योजना
गौरतलब है कि आयुष्मान भारत योजना की शुरुआत पांच साल पहले की गई थी। केंद्र सरकार 2018 में शुरू की गई इस योजना के तहत कम आय वाले लोगों को मुफ्त स्वास्थ्य देखभाल और स्वास्थ्य बीमा कवरेज प्रदान करती है। इस योजना के दो घटक हैं जो एक दूसरे के पूरक हैं। पहले घटक के तहत, प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल के लिए देशभर में स्वास्थ्य और कल्याण केंद्र का प्रावधान किया गया है। देशभर में लागू इस योजना के तहत मुफ्त इलाज की सुविधा मिलती है। आयुष्मान भारत के दूसरे घटक के तहत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (पीएम-जेएवाई) चलाई जा रही है। देशभर में कम आय वाले लाभार्थियों को इस स्कीम की मदद से प्रति वर्ष 5 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा कवर मिलता है।