41 दिन बाद सौरभ शर्मा गिरफ्तार, सरेंडर के लिए कोर्ट पहुंचा था

भोपाल। 19 दिसंबर 2024 को लोकायुक्त की टीम ने सौरभ के घर पर छापेमारी की थी। छापेमारी के 41 दिन बाद आरटीओ के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा को लोकायुक्त पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बता दें कि वह सरेंडर एप्लीकेशन पर सुनवाई के लिए कोर्ट आया था। कोर्ट में सुनवाई से पहले ही लोकायुक्त ने उसे गिरफ्तार कर लिया और पूछताछ के लिए अपने कार्यालय ले गए।
सोमवार को भोपाल की स्पेशल कोर्ट में गुपचुप तरीके से पेश हुआ था
बता दें कि इससे पहले सोमवार को भी सौरभ शर्मा भोपाल की स्पेशल कोर्ट में गुपचुप तरीके से पेश हुआ था। कोर्ट ने जांच एजेंसियों से उसके आपराधिक मामले की केस डायरी के साथ मंगलवार को पेश होने के लिए कहा था।
वकील ने गिरफ्तारी को बताया गलत
मंगलवार को सुनवाई से पहले ही लोकायुक्त ने सौरभा शर्मा को गिरफ्तार कर लिया। अब सौरभ शर्मा के वकील राकेश पाराशर ने लोकायुक्त की कार्रवाई को गलत बताया है।
सोमवार को आत्मसमर्पण का प्रार्थनापत्र लगाने के बाद गायब हो गया
सौरभ शर्मा छापेमारी के 40 दिन बाद सोमवार को पहली बार सामने आया था। दोपहर करीब 12 बजे अपने वकील राकेश पाराशर के साथ भोपाल जिला न्यायालय में विशेष न्यायाधीश राम प्रसाद मिश्र के न्यायालय में पहुंचा। आत्मसमर्पण का प्रार्थनापत्र लगाने के बाद सौरभ शर्मा गायब हो गया। सोमवार को सौरभ के आने की सूचना पर गिरफ्तारी के लिए जब तक उसकी घेराबंदी की गई, तब तक वह गायब हो चुका था, लेकिन माना जा रहा है कि मंगलवार को उसके प्रार्थनापत्र पर सुनवाई होगी।