यज्ञ सनातन संस्कृति से जुड़ा वैज्ञानिक कर्म: राज्यपाल
जयपुर। राज्यपाल श्री कलराज मिश्र मंगलवार को आमेर तहसील के रूण्डल ग्राम पहुंचे। उन्होंने वहां 51 कुंडीय श्री विष्णु महायज्ञ में भगवान का स्मरण करते हुए आहुतियां दी। उन्होंने यज्ञ को सनातन संस्कृति से जुड़ा वैज्ञानिक कर्म बताते हुए भगवान श्री हरि को समर्पित विष्णु महायज्ञ को इस समय का श्रेष्ठतम यज्ञ बताया।
बाद में उन्होंने वहीं पाण्डाल में रूक कर महंत गणेशदास जी महाराज के मुख से श्रीमद्भागवत कथा का भी श्रवण किया। उन्होंने संत-महात्माओं की उपस्थिति में पावन विष्णु महायज्ञ और श्रीमद्भागवत कथा के समन्वय को अनुपम और अलौकिक बताया। उन्होंने कहा कि भगवान परशुराम जी ने यहां कुछ समय व्यतीत किया था, इस रूप में भी इस स्थान का विशेष महत्व है।
बाद में उन्होंने यज्ञ स्थल के पास ही गोलोकवासी श्रीश्री 1008 संत श्री बालक नाथ जी की प्रतिमा का भी अनावरण किया तथा उनके दिए उपदेशों का स्मरण करते हुए उनके बताए आदर्श मार्ग पर सभी को चलने का आह्वान किया।
राज्यपाल श्री मिश्र ने यज्ञ स्थल के पास पारस पीपल का पौधा भी लगाया। उन्होंने रूण्डल ग्राम में श्रीमद्भागवत कथा का श्रवण करते हुए भगवान से देश और प्रदेशवासियों की खुशहाली और समृद्धि की भी कामना की।