शिवराज ने किया धुंआधार प्रचार, पीछे छूटे कमलनाथ, मुख्यमंत्री ने 38 सभाएं और 18 रोड-शो किए
कमलनाथ इंदौर छोड़ सभी नगर निगमों में पहुंचे
मतदाताओं के लिए की जाएगी अतिरिक्त कमरे की व्यवस्था
भोपाल। प्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव के पहले चरण में बुधवार को 11 नगर निगम में समेत 133 निकायों में मतदान होंगे। इन निकायों में अपनी-अपनी पार्टी के प्रत्याशी को जिताने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने जमकर प्रचार किया। हालांकि चुनावी मैदान में शिवराज कमलनाथ से काफी आगे रहे। मतदाताओं पर किसने कितनी छाप छोड़ी है आज उसका प्रभाव दिखेगा। प्रदेश में 11 नगर निगम भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, खंडवा, बुरहानपुर, छिंदवाड़ा, उज्जैन, सागर, सिंगरौली, सतना में भी पहले चरण में चुनाव होंगे। इसके लिए दोनों प्रमुख दलों ने खूब जमकर प्रचार किए। बड़ी-बड़ी सभाएं हुईं, रोड-शो कर मतदाताओं के गली-मोहल्ले तक जाने की कोशिश की गई। अब बुधवार को मतदाता किसे अपना वोट देता है, इसके परिणाम 17 जुलाई को पता चलेंगे।
शिवराज बनाम कमलनाथ
इस नगरीय निकाय चुनाव को दोनों पार्टियां विधानसभा चुनाव 2023 का सेमीफाइनल समझकर मैदान में उतरी। बीजेपी ने सीएम शिवराज का चेहरा आगे किया तो कांग्रेस ने पूर्व सीएम कमलनाथ का। ऐसे में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने नामांकन वापस लेने की अंतिम तारीख 22 जून की शाम से ही प्रचार के लिए जोर-शोर से मैदान में आ गए। एक के बाद एक ताबड़तोड़ तरह से सभाएं और रोड़ शो किए। प्रचार के लिए सभाएं और रैली, रोड-रोश पर 4 जुलाई की शाम को रोक लग गई। इस दौरान सीएम शिवराज ने 13 दिन में 38 सभाएं और 18 रोड शो किए। शिवराज ने न सिर्फ सभी 11 नगर निगम में बीजेपी प्रत्याशियों के समर्थन में उनके क्षेत्र पहुंचे बल्कि नगर पालिका व नगर परिषद तक गए। उधर, कांग्रेस के लिए कमलनाथ ने एक अलग स्ट्रेटजी के साथ चुनाव को मोर्चा संभाला। शिवराज के मुकाबले की उनकी सभाएं और रोड शो भले ही कम हों। लेकिन जनता तक अपनी बात पहुंचाने के लिए सभा और रोड शो में समय कम खर्च कर अलग-अलग शहरों के प्रबुद्धजनों से बात की और मीडिया से चर्चा कर उनके सवालों के जवाब देते दिखाई दिए। कमलनाथ ने इस दौरान 10 सभाएं और लगभग 4 रोड-शो किए। ऐसे में वे सभी नगर निगम क्षेत्र में नहीं पहुंच सके। कमलनाथ ने 24 जून से सभाएं करना शुरू कीं थी। 4 जुलाई तक इंदौर को छोड़कर सभी 10 नगर निगमों को उन्होंने कवर किया। वे इंदौर में कांग्रेस प्रत्याशी संजय शुक्ला के नॉमिनेशन के दौरान पहुंचे थे।
एक-दूसरे पर खूब किए जुबानी हमले
इन सभाओं के दौरान दोनों एक-दूसरे पर जमकर जुबानी हमले किए। दोनों एक-दूसरे के सरकार की कमियां गिनाईं। शिवराज ने कहते रहे कि कमलनाथ 15 महीने की सरकार में पैसा नहीं होने का बहाना बनाते रहे। उधर, कमलनाथ ने भी शिवराज को चुनौती दी कि वे मंच पर आ जाएं वे उनकी 18 साल की सरकार का हिसाब रखें तो कमलनाथ 15 महीने की सरकार हिसाब रखने को तैयार रहेगा।
मतदान केंद्रों पर हुईं पूरी तैयारियां
नगरीय निकाय चुनाव इस बार बारिश में हो रहे हैं। ऐसे में बरसात के चलते मतदान केंद्रों पर समस्या खड़ी हो सकती है। शहर के मतदान केंद्रों पर वाटर प्रूफ टेंट लगाए गए हंै। इसके अलावा केंद्रों पर मतदाताओं के लिए एक अतिरिक्त कमरे की व्यवस्था की गई है। इससे यदि बरसात होती है तो उन्हें किसी तरह की कोई दिक्कत न हो। बता दें कि नगर निगम के 85 वार्ड में मतदान कराने के लिए 2160 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। इनमें एक-एक आदर्श मतदान केंद्र भी शामिल हैं। मतदान केंद्रों को 187 सेक्टर में बांटा गया है। सभी सेक्टर की जिम्मेदारी एक-एक मजिस्ट्रेट को दी गई है। उप जिला निर्वाचन अधिकारी संजय श्रीवास्तव ने बताया कि नगरीय निकाय चुनाव को लेकर सभी तरह की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। मंगलवार सुबह सात बजे लाल परेड मैदान में सामग्री वितरित की गई। मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में मतदान सामग्री वितरण के लिए केंद्र बनाए गए थे। सभी 2160 मतदान केंद्रों पर अतिरिक्ति कम्युनिकेशन केंद्र भी बनाए गए हैं। यहां से प्रत्येक घंटे मतदान प्रतिशत के आंकड़ें एकत्रित करेगा। निकाय चुनाव इवीएम के माध्यम से कराए जा रहे हैं। इसके लिए मतदान कर्मियों को प्रशिक्षण भी दिया गया है। इस बार चुनाव में 240 बड़ी बस और 199 छोटी बस, 13 मैजिक वाहन एवं 14 ट्रक लगाए गए। मतदान कर्मी बसों के द्वारा केंद्रों पर पहुंचे।
सर्वार्थ सिद्धि, रवि योग के शुभ मुहूर्त में आज होगा मतदान
आषाढ़ गुप्त नवरात्रि सप्तमी-अष्टमी तिथि में होगा मतदान
शहर में नगर निगम चुनाव के मतदान बुधवार को होगा। ऐसे में प्रत्याशी मतदाताओं की मनुघर कर रहे है वहीं लोग भी नई शहर सरकार बनाने के लिए उत्साहित है। ऐसे में मतदाताओं का साथ ग्रह नक्षत्र भी देगें ज्योतिषयों के अनुसार बुधवार के दिन सर्वार्थ सिद्धि, रवि योग रहेगा यह योग बहुत की शुभ माना जाता है। मां शीतला संस्कृत पाठशाला के आचार्य अंकित मार्कण्डेय ने बताया की बुधवार को सर्वार्थ सिद्धि, रवि योग बन रहा है ये योग बहुत की शुभ माना जाता है लेकिन सूर्य मिथुन राशि, चंद्रमा कन्या राशि में रहेंगे, शनि कुंभ राशि में रहेंगे, वहीं मेष राशि में राहु मंगल की युति अंगारक योग बना रही है यह योग परेशानी बढ़ाने वाला है। मंगल राहु कुंडली के किसी भी घर में साथ हो, तो अंगारक योग बनता है। यह योग अच्छा और बुरा दोनों तरह का फल देने वाला है, इससे व्यक्ति के जीवन में लड़ाई-झगड़े की स्थिति बनी रहती है। अंगारक योग के कारण व्यक्ति का स्वभाव आक्रामक, हिंसक तथा नकारात्मक हो जाता है। ऐसे में बुधवार को शुभ संयोग के साथ अंगारक योग भी बन रहा है।
50 हजार कर्मचारियों नहीं डाल सकेंगे वोट
विभाग ने नहीं ली सुध, कोई व्यवस्था नहीं
इधर, प्रदेशभर में नौकरी कर रहे 50 हजार से अधिक सरकारी कर्मचारी, जिनकी पोस्टिंग अपने क्षेत्रों से दूरदराज इलाकों में हैं, वे अपने मतदान का प्रयोग नहीं कर सकेंगे, वहीं इनके साथ प्राइवेट नौकरी कर रहे शहर के कई युवक-युवतियां भी अपना मतदान के हक का प्रयोग नहीं कर सकेंगे। प्रदेशभर के कई कर्मचारी, जो दूसरे प्रदेशों के शहरों व गांवों में तैनात हैं और जिनका वोटर कार्ड उनके जन्मक्षेत्र से ही बना है, उन्हें पार्षद और महापौेर चुनने का अधिकार इस बार भी नहीं मिल सका है। विभाग ने पोस्टल बैलेट के माध्यम से मतदान में ड्यूटी कर रहे 15 हजार कर्मचारियों को अधिकार दिया, लेकिन उन प्रदेशभर के 50 हजार सरकारी कर्मचारियों को भूल गया, जो यहीं से हैं, लेकिन उन्हें अपनी नौकरी करने के लिए दूसरे क्षेत्रों में रहना पड़ रहा है, वहीं प्राइवेट नौकरी कर रहे हजारों युवक-युवतियां भी अपने मतदान के अधिकार से वंचित रह जाएंगे। आधे दिन का अवकाश घोषित होने के बावजूद भी वे अपने क्षेत्रों में जाकर मतदान नहीं कर सकेंगे। ज्ञात हो कि शहर के कई युवक-युवतियां पुणे, बेंगलुरु, हैदराबाद, दिल्ली जैसे बड़े शहरों में नौकरी कर रहे हैं, वहीं कई मजदूर इस समय खेतों में बोवनी करने की दिहाड़ी में व्यस्त हैं।