देश, प्रदेश और अजमेर में बहती रहेगी विकास की धारा, देवनानी विधानसभा अध्यक्ष का नागरिक अभिनन्दन
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अजमेर की दर्जनों संस्थाओं, समाजों और हजारों लोग जुटे
जयपुर। विधानसभा अध्यक्ष श्री वासुदेव देवनानी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश को गुलामी की मानसिकता और विसंगतियों से मुक्ति का काम किया जा रहा है। इसी कड़ी में अजमेर में केईएम का नाम बदल कर महर्षि दयानन्द विश्रांति गृह, खादिम होटल का नाम बदल कर अजयमेरु और फॉय सागर का नाम बदल कर वरुण सागर किया गया है। देश में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी, राजस्थान में मुख्यमंत्री श्री भजन लाल शर्मा एवं अजमेर को आगे बढ़ाने का काम किया जा रहा है। विकास की यह धारा निरंतर बनी रहेगी।
अजमेर में केईएम का नाम बदल कर महर्षि दयानन्द विश्रांति गृह करने, होटल खादिम का नाम बदल कर होटल अजयमेरु करने तथा फॉय सागर का नाम बदल कर वरुण सागर करने पर रविवार को शहर की दर्जनों संस्थाओं, समाजों एवं हजारों लोगों ने विधानसभा अध्यक्ष श्री वासुदेव देवनानी का नागरिक अभिनन्दन किया। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए श्री देवनानी ने कहा कि भारत की सांस्कृतिक विरासत को संजोना और हमारी आने वाली पीढ़ियों को अपने गौरवशाली अतीत से परिचित कराना हमारा कर्तव्य है। यह नाम परिवर्तन मात्र औपचारिक निर्णय नहीं, बल्कि हमारी अस्मिता और आत्मसम्मान का प्रतीक है। संस्कृति का संरक्षण होना चाहिए। उन्होंने कहा कि पूर्व में अजमेर रेलवे स्टेशन का नाम अजमेरी शरीफ एवं अजमेर म्यूजियम का नाम अकबर का किला करने का प्रयास किया गया। हमने इसका विरोध कर नाम परिवर्तन नहीं होने दिया। राष्ट्र निर्माण एवं गौरव का कार्य करने वालों का सम्मान होना चाहिए चाहे विचारधारा में मतभेद हो। इससे पूर्व कार्यकाल में भी शहर के लिए ऎतिहासिक कार्य किए गए । इसमें शहर का पहला महिला इंजीनियरिंग कॉलेज की स्थापना एवं 142 किमी पाइपलाइन डलवाना बड़ी उपलब्धि रही।
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा हमारी सरकार आजादी के 77 वर्षों बाद भी ब्रिटिश काल की उन सभी निशानियों को हटाने के लिए प्रतिबद्ध है जो हमारी राष्ट्रीय अस्मिता को ठेस पहुँचाती हैं। फॉयसागर का नाम बदलकर वरुण सागर करना इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है। इससे यह झील अब भारतीय संस्कृति और परंपराओं से जुड़ सकेगी। वरुण सागर झील का योजनाबद्ध तरीके से सौंदर्यीकरण एवं विकास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि फॉयसागर झील गुलामी का 132 वर्ष पुराना प्रतीक है। इसका निर्माण ब्रिटिश इंजीनियर फॉय ने जलापूर्ति एवं अकाल राहत के लिए करवाया था। उदयपुर के समान अजमेर भी जिलों की नगरी कहलाएगा। इस प्रकार कुछ दिन पूर्व शहर के बीच स्थित किंग एडवर्ड मेमोरियल भी 113 वर्ष पुराना गुलामी का प्रतीक था। इसका नाम महर्षि दयानंद विश्रांति गृह किया गया। अजमेर महर्षि दयानंद की निर्माण स्थल रही है। महर्षि दयानंद की जयंती पर महर्षि दयानंद विश्रांति गृह नाम की पट्टी का लगाई जाएगी।
उन्होंने बताया इससे पूर्व भी शहर में होटल खादिम का नाम परिवर्तन एवं तेलंगाना हाउस को निरस्त कर इस दिशा में कार्य किया गया। इसके उपरांत भी यदि कोई गुलामी का प्रतीक मिला तो उसका भी नाम परिवर्तित किया जाएगा।
विकास के लिए नित नई घोषणाएं की जा रही है। इसमें अजमेर का भव्य प्रवेश द्वार निर्माण, सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, साइंस पार्क एवं सबके सहयोग से एक नए अजमेर बनाने की और अग्रसर है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी श्रेष्ठ भारत, मुख्यमंत्री श्री भजन लाल शर्मा श्रेष्ठ राजस्थान और श्री वासुदेव देवनानी श्रेष्ठ अजमेर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।