देवास तृतीय एवं चतुर्थ परियोजना के निर्माण हेतु कार्यादेश जारी,: जल संसाधन मंत्री

देवास तृतीय एवं चतुर्थ परियोजना के निर्माण हेतु कार्यादेश जारी,: जल संसाधन मंत्री

जयपुर। जल संसाधन मंत्री श्री सुरेश सिंह रावत ने बुधवार को विधानसभा में कहा कि देवास तृतीय एवं चतुर्थ परियोजना के निर्माण हेतु कार्यादेश दिये जा चुके हैं। विधानसभा क्षेत्र गोगुन्दा में स्थानीय निवासियों को पेयजल के लिए देवास तृतीय एवं चतुर्थ परियोजना से डेड स्टोरेज के पानी का प्रावधान किया गया है। श्री रावत ने कहा कि डूब क्षेत्र में विस्तापित परिवारों को डूब क्षेत्र के आस-पास ही काश्तकारी भूमि पर पदस्थापित किया जाना प्रस्तावित है।  

जल संसाधन मंत्री प्रश्नकाल के दौरान सदस्य द्वारा इस संबंध में पूछे गए पूरक प्रश्नों का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि विधानसभा क्षेत्र गोगुन्दा के स्थानीय निवासियों को सिंचाई हेतु जल उपलब्ध करवाने के लिए जल की मांग व उपलब्धता का गुणवत्ता के आधार पर आकलन कर निर्णय लिया जाएगा। 

इससे पहले विधायक श्री प्रताप लाल भील के मूल प्रश्न के लिखित जवाब में उन्होंने बताया कि विधानसभा क्षेत्र गोगुन्दा में देवास तृतीय एवं चतुर्थ परियोजना स्वीकृत है। परियोजना के निर्माण हेतु कार्यादेश दिये जा चुके हैं। वर्तमान में प्रभावित वन भूमि प्रत्यावर्तन अंतर्गत जिला कलेक्टर द्वारा भूमि सेट अपार्ट के आदेश किये जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि निजी भूमि अधिग्रहण हेतु भूमि अर्जन, पुर्नवासन और पुर्नव्यवस्था पन में उचित प्रतिकार और पारदर्शिता का अधिकार अधिनियम 2013 की धारा 16 अंतर्गत पुर्नवासन की कार्रवाई प्रक्रियाधीन है एवं अवार्ड जारी करने हेतु निजी सम्पातियों का सर्वेक्षण किया जा रहा है। 

श्री रावत ने बताया कि वन भूमि प्रत्यावर्तन के विभिन्न चरणों में समय लगने के कारण देवास तृतीय एवं चतुर्थ परियोजना के निर्माण कार्य में विलंब हो रहा है। वन विभाग से स्वीकृति के आभाव में बांध व टनल साइट पर प्रवेश व निर्माण संबंधि अनुमति नहीं दी जा रही है। वर्तमान में अनुमति हेतु प्रकरण अग्रिम स्टेज पर प्रक्रियाधीन है। उन्होंने बताया कि वन भूमि प्रत्यावर्तन व निजी भूमि अधिग्रहण की कार्यवाही पूर्ण होते ही कार्य प्रारम्भ करवाया जाना प्रस्तावित है।