भोपाल
मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए राजनीतिक दलों में प्रत्याशी चयन को लेकर बैठकों का दौर अंतिम चरण में है| कांग्रेस में जहां दिल्ली में केंद्रीय चुनाव समिति ने लगभग 150 सीटों पर प्रत्याशी फाइनल कर लिए हैं| वहीं भोपाल में भाजपा की बैठकें चल रहीं हैं| शुक्रवार को दिन भर और रात तक टिकट और चुनावी रणनीतियों पर मंथन हुआ| इसी माह प्रदेश चुनाव समिति की बैठक में प्रत्याशियों के नाम पर अंतिम मुहर लगेगी| इसके बाद चयनित नाम केंद्रीय चुनाव समिति को भेजे जाएंगे| पार्टी अपने प्रत्याशियों की पहली सूची 1 नवंबर को जारी कर सकती है| सूत्रों के मुताबिक बीजेपी लगभग 170 सीटों पर नामों को अंतिम रूप दे चुकी है| सूत्रों के मुताबिक लगभग 85 सीटों पर पार्टी नए चेहरों को उतारेगी| कुछ सीटों पर पूर्व प्रशासनिक अधिकारी और सामाजिक क्षेत्र से जुड़े साफ़ सुथरी छवि वाले नेताओं को मौका दे सकती है| इसके अलावा आपराधिक छवि वाले नातों के नाम पैनल में शामिल रहेंगे लेकिन इन पर फैसला हाईकमान से ही होगा|
भाजपा के तमाम सर्वे और संघ के फीडबैक और रायशुमारी के बाद अब प्रत्याशियों के नामों पर अंतिम फैसला लिया जा रहा है| मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को भाजपा के दिग्गज नेताओं के साथ विधानसभा चुनाव प्रचार के कैंपेन की रणनीति और टिकट को लेकर चर्चा की। इस बैठक में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, प्रदेश प्रभारी डा विनय सहस्त्रबुद्धे, चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान, भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष राकेश सिंह, प्रदेश संगठन महामंत्री सुहास भगत, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा और कैलाश विजयवर्गीय शामिल रहे|
पार्टी ने शुक्रवार रात प्रदेश चुनाव समिति को भी फाइनल किया। नए सदस्यों में कैलाश विजयवर्गीय, डॉ नरोत्तम मिश्रा और लालसिंह आर्य को लिया गया है। पूर्व मुख्यमंत्री सुंदरलाल पटवा के निधन के चलते उनका नाम सूची से हटाया गया। भाजपा सूत्रों के मुताबिक चुनावी कैंपेन के बाद चुनिंदा नेताओं ने टिकट पर माथापच्ची शुरू की। जो देर रात तक चलती रही। पार्टी नेताओं के मुताबिक शनिवार और रविवार तक पार्टी नेता सारी सीटों में से अधिकांश पर पैनल फाइनल कर लेंगे।
पहली सूची में भाजपा 70 प्रतिशत उम्मीदवारों के नाम तय करना चाहती है। 30 से 40 सीटें होल्ड रखी जाएंगी। इनकी घोषणा नवंबर के दूसरे सप्ताह के शुरुआत में करने की योजना है। भोपाल में मंथन के बाद उम्मीदवारों की सूची दिल्ली केंद्रीय कार्यालय को भेजी जाएगी। इस पर अंतिम मुहर वहीं लगेगी। प्रदेश भाजपा द्वारा भेजे गए सिंगल नामों को छोड़कर जहां एक से अधिक दावेदार हैं, उन क्षेत्रों का निर्णय भी दिल्ली में ही होगा। प्रदेश भाजपा संगठन का प्रयास है कि टिकटों की घोषणा 1 नवंबर तक हो जाए।