कलेक्टर ने किया मझगांव और बीजाडांडी के छात्रावासों का औचक निरीक्षण
अनुपस्थित कर्मचारियों पर कार्यवाही के निर्देश
Syed Javed Ali
मण्डला - कलेक्टर डॉ. जगदीश चंद्र जटिया ने रविवार को आदिवासी बालक आश्रम मझगांव एवं सीनियर उत्कृष्ट आदिवासी बालक छात्रावास बीजाडांडी का औचक निरीक्षण किया। श्री जटिया ने निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित पाये गये कर्मचारियों पर अनुशासनात्मक कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने छात्रावासों में बच्चों की शतप्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि छात्रावास में साफ-सफाई की समुचित व्यवस्था की जाये। बच्चों को मीनू अनुसार गुणवत्तायुक्त भोजन और स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराया जाये।
कलेक्टर ने निर्देश दिए कि बच्चों का उपलब्धि स्तर बढ़ाने के लिए शैक्षणिक नवाचार किये जायें। बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ खेल, सांस्कृतिक एवं रचनात्मक गतिविधियों से जोड़ा जाये। कम्प्यूटर, टेबलेट तथा टेलीविजन आदि उपकरण उपलब्ध कराये गये हैं जिनका उपयोग बच्चों का शैक्षणिक स्तर बढ़ाने का प्रयास किया जाये। छात्रावास एवं आश्रम शालाओं में इनवर्टर के माध्यम से बिजली की वैकल्पिक व्यवस्था की जाये। इनवर्टर का समय-समय में मेन्टिनेन्स किया जाये। छात्रावासों में फास्टेड बॉक्स रखा जाये। बच्चों का नियमित रूप से स्वास्थ्य परीक्षण कराते हुए उसका विधिवत अभिलेख भी संधारित करें। बच्चों को प्रोत्साहन योजनाओं का लाभ समय सीमा में दिया जाये। बच्चों को शौचालयों के उपयोग के लिए प्रेरित किया जाये। नालियों में जालियाँ लगाई जाये। पानी का क्लोरीनेशन किया जाये। प्रत्येक छात्रावास में वृक्षारोपण करते हुए रोपे गये पौधों की सुरक्षा की व्यवस्था की जाये। निरीक्षण के दौरान सीनियर उत्कृष्ट आदिवासी बालक छात्रावास बीजाडांडी में एक भी कर्मचारी उपस्थित नहीं मिला जिसे गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर श्री जटिया ने सभी कर्मचारियों के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही के निर्देश दिये।