पैसे मांगने की शिकायत पर सिक्योरिटी गार्ड व आशा कार्यकर्ताओं को हटाने के निर्देश
awdhesh dandotia
मुरैना। जिला चिकित्सालय में आने वाले मरीजों को बेहतर उपचार मिले, इसके लिए सिविल सर्जन एवं सीएमएचओ अथक प्रयास करें, अन्यथा शिकायत मिलने पर सख्त कार्रवाई होगी। इसके साथ एनआरसी में बच्चों की संख्या कम होने पर डायटीशियन और मुरैना शहरी एवं ग्रामीण तथा बनामोर के सीडीपीओ का दिसम्बर माह का वेतन आहरित नहीं होगा। भ्रमण के समय सीमा पत्नि रामरूप द्वारा 500 रूपये लेने की शिकायत मिलने पर सुरक्षा गार्ड व गुलेन्द्रा की आशा कार्यकर्ता को कलेक्टर ने हटाने के निर्देश दिये। ये निर्देश कलेक्टर श्रीमती प्रियंका दास ने शु्क्रवार को जिला चिकित्सालय मुरैना में निरीक्षण के दौरान दिये। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. व्ही.के. गुप्ता, सिविल सर्जन डॉ. ए.के. सक्सैना सहित अन्य चिकित्सक उपस्थित थे।

कलेक्टर श्रीमती प्रियंका दास प्रात: 11:45 बजे जिला चिकित्सालय पहुंची। जहां उन्होंने मेटरनिटी बार्ड, एसएनसीयू, अल्टासाउण्ड, लैब, बच्चों का वार्ड, स्पेशल बार्ड और एनआरसी केन्द्र का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने कहा कि मरीजों को बेहत्तर सुविधा मिले इसके लिए सिविल सर्जन व सीएमएचओ सीमित संसाधनों में बेहत्तर इलाज देना जवावदेही समझे। उन्होंने कहा मैंने देखा है कि चिकित्सालय के अन्दर रिनोवेशन कार्य तेजी से चल रहा है। यह कार्य निर्माण एजेन्सी द्वारा 15 दिवस में पूर्ण कर दिया जायेगा, इसके वाद ऐसे वार्डो को शिफ्ट कराया जाये जहां
आवश्यकता महसूस हो रही है।

कलेक्टर श्रीमती प्रियंका दास ने लैब में निरीक्षण किया जिसमें प्रतिदिन होने वाली जांचों की जानकारी ली और कहा कि शासन द्वारा जिला चिकित्सालय में कितनी जांच करने के निर्देश प्राप्त है। इस पर लैब टेक्नीशियन ने बताया कि अभी प्रतिदिन 150 जांच हो रही है। कुल 51 प्रकार की जांचे करने के निर्देश प्राप्त है, जिसमें कई जांच तकनीकी कमी के कारण नहीं की जा रही है। कलेक्टर ने कहा कि अन्य जांचे नहीं हो रही है वे भी 15 दिवस के अन्दर शुरू होना चाहिए। इस प्रकार के निर्देश सिविल सर्जन डॉ. सक्सैना को दिये।

कलेक्टर ने जिला चिकित्सालय स्थित एनआरसी केन्द्र का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान मात्र 6 बच्चे पाये गये। शेष अन्य पलंग खाली पड़े हुये थे। कलेक्टर ने खाली पलंग होने का कारण डाइटीशियन श्रीमती सीमा चांदिल से पूछा। डाइटीशियन चांदिल ने कहा कि जितने बच्चे हैं उतने मौजूद हैं। सर्दी के सीजन में बच्चों की संख्या कम है। इस पर कलेक्टर ने कहा कि वेटिंग लिस्ट के हिसाब से बच्चों को फोन करके बुलाया जाना चाहिये। इस पर कलेक्टर श्रीमती दास ने नाराज होकर डाइटीशियन श्रीमती चांदिल और मुरैना शहरी परियोजना अधिकारी मनीष सिंह, मुरैना ग्रामीण परियोजना अधिकारी श्रीमती विमला दोहरे तथा बानमौर परियोजना की सीडीपीओ श्रीमती रेखा तिवारी के दिसम्बर माह का वेतन नहीं निकालने के निर्देश डीपीओ को दिये हैं।
कलेक्टर के समक्ष बानमौर की सीमा पत्नि रामरूप ने बताया कि जन्म प्रमाण पत्र में गांव का नाम लिखवाने के लिये आशा कार्यकर्ता व चिकित्सालय की सिक्योरिटी गार्ड सीमा सिकरवार ने 500 रू की मांग की है। इस पर कलेक्टर ने गुलेन्द्रा की आशा कार्यकर्ता मीरा गुर्जर व सिक्योरिटी गार्ड सीमा सिकरवार को तत्काल हटाने के निर्देश सिविल सर्जन को दिये हैं।