कुछ आदतों को बदलकर ज्वॉइंट पेन से पाएं राहत

कुछ आदतों को बदलकर ज्वॉइंट पेन से पाएं राहत
जोड़ों का दर्द शरीर के किसी भी हिस्से में परेशानी को दर्शाता है। ये समस्या बुजुर्गों में आमतौर पर होती है। सामान्य तौर पर शरीर के विभिन्न अंगों में होने वाले इस दर्द को किसी मेडिकल ट्रीटमेंट की जरूरत नहीं होती है। ये अचानक से आता है और बिना किसी उपचार के अपने आप ही चला जाता है।

शरीर में इस तरह का दर्द अचानक से उठता क्यों है?

हालांकि, कई मामलों में लोगों को इसके इलाज की भी आवश्यकता महसूस होती है। जब दर्द असहनीय हो जाता है तब तमाम लोग मांसपेशियों में होने वाले दर्द का मेडिकल ट्रीटमेंट भी लेते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं शरीर में इस तरह का दर्द अचानक से उठता क्यों है? मसल्स पेन शरीर में किसी चोट के कारण भी हो सकता है। वहीं जोड़ों के दर्द का एक आम कारण भी है। दरअसल, कई बार इस तरह का दर्द आपकी डेली रूटीन की लाइफ स्टाइल और कुछ आदतों के चलते भी होता है। यहां कुछ आदतें हैं जो जोड़ों के दर्द का कारण हो सकती हैं। अधिक वजनी या मोटापे से ग्रस्त लोगों में गठिया का अधिक खतरा होता है। ज्यादा वजन बढ़ने से फिटनेस तो बेकार होती ही है साथ ही शरीर के कई अंगों पर अत्याधिक दबाव पड़ने से दर्द की समस्या भी उभरने लगती है।

शारीरिक तनाव भी जोड़ों के दर्द का कारण हो सकता है

शरीर का वजन बढ़ने पर अधिक बोझ कूल्हों, पीठ, पैरों और हिप पर बोझ डालता है जिससे जोड़ों में दर्द होता है। शारीरिक तनाव भी जोड़ों के दर्द का कारण हो सकता है।

एक ही पोजीशन में घंटो बैठते हैं तो कमर में दर्द हो सकता है

अगर आप लंबे समय तक एक ही पोजीशन में बैठते हैं तो कमर में दर्द हो सकता है। इस तरह लगातार बैठने से पीठ में भी दर्द होने लगता है। कई लोगों को स्लिप डिस्क की समस्या भी यही पोजीशन होती है। ज्यादातर लोग घंटो कंप्यूटर के सामने एक ही पोजीशन में हैं जिससे वे रीढ़ की हड्डी अकड़न महसूस करते हैं। लंबी ड्यूटी के दौरान थोड़ा खुद को रिलेक्स दें और बीच-बीच में टहलते रहें।
भारी बैग पीठ पर लादना भी जोड़ों के दर्द का कारण हो सकता है
भारी बैग को अधिक देर तक पीठ पर लादना भी जोड़ों के दर्द का कारण हो सकता है। पीठ दर्द के बाद धीरे-धीरे यह आपके कमर दर्द का कारण भी बन सकता है। इसलिए भारी भरकम चीजों को उठाने का कम प्रयास करें। वहीं अगर आप पानी से भरी बाल्टी भी देर तक उठाते हैं तब आपके हाथ में दर्द हो सकता है। मोबाइन फोन पर लगातार मैसेज टाइप करना भी जोड़ों के दर्द का कारण बन सकता है। चैटिंग के दौरान अंगूठे का काफी उपयोग होता है जिसके चलते हाथों में दर्द की समस्या महसूस हो सकती है।
पेट के बल सोने वाले पीठ दर्द के शिकार हो सकते हैं
अगर आपकी पेट के बल सोने की आदत है तो आप पीठ दर्द के शिकार हो सकते हैं। क्योंकि इससे आपकी कमर यानी रीढ़ की हड्डी को पूरा आराम नहीं मिलता है जिससे उसके आकार में बदलाव आने लगता है और दर्द की समस्या होने लगती है। कभी -कभी इस तरह से सोने से गर्दन में भी दर्द होने लगता है। जोड़ों के दर्द का एक कारण चप्पल- जूतों के कंफर्टेबल न होना भी हो सकता है। ज्यादा देर तक हील पहनने से भी पैरों में दर्द की समस्या होती है। हील्स पहनने से घुटनों को सीधा रखने के लिए जांघ की मांसपेशियों (thigh muscles) से ज्यादा मेहनत कराती हैं। लिहाजा हमें से जूते-चप्पलों का चुनाव करना आवश्यक है जो पैरों को आरामदायक लगें।