टिकट नहीं मिला तो भाजपा नेता विजेंद्र सिंह सिसौदिया को पता चला कि 'राजनीति अजीब चीज़ है'

टिकट नहीं मिला तो भाजपा नेता विजेंद्र सिंह सिसौदिया को पता चला कि 'राजनीति अजीब चीज़ है'
भोपाल मध्य प्रदेश के सियासी रण में हर कोई अपने दावेदारी ठोक रहा है, टिकट न मिलने पर बगावत के सुर तेज हो गए हैं| कोई निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुका है तो कोई अपनी ही पार्टी को नुकसान पहुँचाने की फ़िराक में है| बीजेपी में बगावत के सुर से पार्टी की नींद उड़ गई है और बागियों की मनाने की कोशिश की जा रही है| डैमेज कण्ट्रोल में जुटी भाजपा के और वरिष्ठ नेता का दर्द अब सोशल मीडिया पर छलका है| बीजेपी कार्यालय में दावेदारों की सुनवाई की जिम्मेदारी संभाल रहे वरिष्ठ भाजपा नेता ऊर्जा विकास निगम के अध्यक्ष और पार्टी के चुनाव कार्यालय संयोजक विजेंद्र सिंह सिसौदिया का सोशल मीडिया पर दर्द छलका है| उन्होंने ट्विटर पर पोस्ट किया है| उन्होंने लिखा है "राजनीति अजीब चीज़ है। पूरे जीवन आप लोंगो को साथ दो,आवश्यकता पर अकेले ही दिखोगे"। उनके इस पोस्ट के बाद सियासी गलियारों में चर्चा तेज हो गई है| सिसोदिया अपने बेटे देवेंद्र सिसोदिया के लिए टिकट की मांग कर रहे थे| बीते दिनों उनके बेटे ने दो हजार से ज्यादा समर्थकों के साथ बीजेपी कार्यालय पहुंचकर दावेदारी की थी| विजेंद्र कार्यालय में प्रदर्शन न करने को लेकर अब तक दावेदारों को नसीहत देते थे पर बेटे देवेंद्र के लिए वे खुद ही समर्थकों के साथ शक्ति प्रदर्शन करने लगे थे। अपने बेटे के लिए उन्होंने संगठन से टिकट की मांग की थी| शाजापुर की शुजालपुर सीट से तोमर के करीबी व पूर्व विधायक विजेंद्र सिंह सिसोदिया अपने बेटे के लिए लॉबिंग कर रहे थे| पार्टी ने शुजालपुर से इंदरसिंह परमार को प्रत्याशी बनाया है|