rahul pandeyप्रयागराज, साधु-संतो की जानी मानी संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरी ने कहा कि कुछ राजनीतिक दल अपने निहित स्वार्थ की पूर्ति के लिए अयोध्या में विवादित रामजन्मभूमि पर श्रीराम के भव्य मंदिर का निर्माण नहीं होने दे रही हैं।
मंहत ने कहा कि कुछ राजनीतिक पार्टियां निजी फायदे के लिए राम मंदिर मुद्दे को उलझाये हुए हैं। मंदिर निर्माण का रास्ता आम सहमति अथवा कानून बनाकर या उच्चतम न्यायालय का फैसले से हो सकता है। उच्चतम न्यायालय को चाहिए कि मंदिर निर्माण का लेकर चल रही सुनवाई को टालें नहीं। किसी मुख्यमंत्री पद के लिए न्यायालय पूरी रात चल सकती है, किसी आतंकवादी को हत्या की सजा दिलाने के लिए अदालत की कार्रवाई पूरी रात चल सकती है तो मंदिर निर्माण को क्यों अनावश्यक समझकर टाला जा रहा है।
उन्होंने कहा कि उच्चतम न्यायालय को बराबर सुनवाई कर मंदिर निर्माण पर निर्णय सुनाना चाहिए। साधु-संतो और सभी को विश्वास है कि उच्चतम न्यायालय का फैसला मंदिर निर्माण के पक्ष में आएगा। गिरी ने कहा है कि अखाड़ा परिषद दोनों से अलग 4 और 5 दिसंबर को अयोध्या में बैठक करेगा और सभी मुस्लिम पक्षकारों से सुलह समझौते के जरिए राम मंदिर विवाद का हल निकालने की पहल भी करेगा। उन्होंने कहा, ‘‘मुस्लिम पक्षकार अगर अपना मुकदमा वापस ले लेगा तो मंदिर मुद्दे पर किसी प्रकार का विवाद ही नहीं रह जाएगा।