rajesh dwivedi
सतना। स्टेट हाइवे सतना-चित्रकूट सड़क मार्ग से दिनदहाड़े कार सवार वन विभाग के सेवानिवृत्त एसडीओ समेत तीन लोगों का अपहरण कर पुलिस को खुली चुनौती देने वाले साढे 5 लाख के इनामी अर्न्तप्रांतीय डकैत आईएस-262 बबली कोल गैंग के खात्मे के लिए कर्वी और सतना पुलिस ने ज्वाइंट आपरेशन छेड़ दिया है। सोमवार को रीवा रेंज के डीआईजी की अगुवाई में पुलिस की चार टीम ने गैंग की तलाश में देर शाम तक जंगल में सर्चिंग की। सर्चिग के दौरान पुलिस टीम ने जंगल से लगे गांव में रहने वाले वासिंदों और चरवाहों से मुलाकात कर बबली गैंग के अलावा जंगल के रास्तों की जानकारी हासिल की।
सती अनुसुइया से शुरू हुई सर्चिंग
डीआईजी रीवा रेंज अविनाश शर्मा सोमवार की सुबह नयागांव पहुंच गए। साढे लाख के इनामी बबली कोल और उसके राइट हैण्ड 1 लाख 30 हजार के इनामी लवलेश कोल के अलावा गैंग को घेरने के लिए पुलिस टीमों को सती अनुसुइया मे पहुंचने का प्वाइंट दिया गया। सती अनुसुइया प्वाइंट से मझगवां टीआई केएस टेकाम, ट्रैफिक प्रभारी सुधांशु तिवारी, सभापुर टीआई विनय यादव एवं एडी टीम के प्रभारी ओपी सिंह चोंगड़े की टीम को खडेÞश्वर बाबा के जंगल तक सर्चिग करने का निर्देश दिया गया। चारों टीमें अलग-अलग रास्ते से बबली गैंग की तलाश में जंगल में उतरीं। एक टीम के साथ डीआईजी श्री शर्मा स्वयं चल रहे थे।
3 सौ मीटर के अन्तराल में रहीं पुलिस टीम
डीआईजी श्री शर्मा के अलावा पुलिस की चार टीमों ने सती अनुसुइया से बनिया का बाग, ददरी माफी, खड़ेश्वर बाबा, अमरावती, खड़रिया पहाड़ समेत उप्र की सीमा से लगे जंगलों में देर शाम तक सर्चिग की। सर्चिग के दौरान पुलिस की चारों टीमें जंगल के अन्दर तीन सौ मीटर के अन्तराल पर चल रही थीं ताकि बियावान जंगल में झाड़ियों के बीच छिपे होने पर डकैतों को घेरा जा सके। तीन सौ मीटर के अन्तराल में पुलिस की अलग-अलग टीमों की सर्चिंग करने का उद्देश्य यह भी था कि अगर डकैतों का मूवमेंट मिलता है तो चारों टीमें अलग-अलग जगहों में पोजीशन लेकर जवाबी कार्रवाई कर सकें।
यहां था गैंग का मूवमेंट
तराई से जुड़े विश्वस्त सूत्रों ने बताया कि आईएस-262 बबली कोल गैंग का मूवमेंट सोमवार को ददरी माफी जंगल और कर्वी जिले के लखनपुर पहाड़ के पास था। गैंग के मूवमेंट की जानकारी मुखबिर के जरिए मिलने पर आईजी रीवा जोन उमेश जोगा के निर्देश पर डीआईजी श्री शर्मा आॅपरेशन बबली में लगी पुलिस टीम का नेतृत्व करने नयागांव पहुंचे। जंगल में भारी पुलिस बल की मौजूदगी के कारण बबली गैंग बार्डर से लगे जंगलों में पल-पल ठिकाना बदल रहा है। ज्वाइंट आॅपरेशन के तहत कर्वी एसपी मनोज झा के निर्देश पर पुलिस की दो टीमें बबली गैंग की तलाश में लगी हुई हैं।
नयागांव में कैंप, पुराने मुखबिरों से मुलाकात
सेवानिवृत्त एसडीओ समेत तीन का अपहरण कर पुलिस को खुली चुनौती देने वाला लवलेश और गैंग लीडर बबली कोल के अलावा तराई में सक्रिय अन्य डकैत गिरोह चुनाव के दौरान खलल न डाल सकें। दहशत फैलाने ग्रामीणों को टारगेट न कर सकें। लिहाजा आईजी रीवा जोन ने बुलेट के जोर पर डकैतों को ठिकाने लगाने का ब्लू प्रिंट तैयार किया है। सोमवार को दिन भर सर्चिंग के उपरान्त डीआईजी रीवा रेंज श्री शर्मा रात को नयागांव में कैंप किए हुए हैं। आॅपरेशन बबली की कामयाबी के लिए दस्यु प्रभावित गांव के ग्रामीणों, जंगल जाने वाले चरवाहों से मुलाकात करने के अलावा पुलिस के पुराने मुखबिरों से डीआईजी ने सीधी चर्चा की है। उन मुखबिरों से भी संपर्क किया जा रहा है जिन्हें जंगल की भौगोलिक स्थिति और डकैतोंं के पल-पल के ठिकानों की जानकारी रहती है। सूत्रों ने बताया कि डीआईजी श्री शर्मा स्वयं कर्वी पुलिस से निरन्तर संपर्क में रहकर गैंग के मूवमेंट की सूचनाएं आपस में साझा कर रहे हैं ताकि बबली गैंग को जल्द ही घेरा जा सके। मंगलवार को पुन: डीआईजी की अगुवाई में बबली गैंग को घेरने के लिए पुलिस के 50 अधिकारी और जवान जंगल में उतरेंगे।