नोएडा
सेक्टर-115 में 24 अप्रैल को बोरे में मिली महिला की डेडबॉडी का रहस्य एक बार फिर गहरा गया है। परिवारवालों ने गुमशुदा बेटी बताकर उसका अंतिम संस्कार कर दिया था। अब वह एटा में प्रेमी के साथ मिली है। इस खुलासे के बाद बड़ा सवाल खड़ा हो गया है कि फिर बोरे में मिली महिला की लाश किसकी थी।
मां-बाप ने की थी पहचान
एसपी सिटी ने बताया कि बोरे में जिस महिला का शव मिला था उसकी उम्र करीब 25 साल थी। इस संबंध में थाना सेक्टर-49 में हत्या का केस दर्ज किया गया। अगले दिन सेक्टर-87 नया गांव में परचून की दुकान करने वाले सर्वेश सक्सेना थाने में पहुंचे और कहा कि उनकी बेटी नीतू सक्सेना 7 अप्रैल से लापता है। इसके बाद सर्वेश और उनकी पत्नी राजवती को पोस्टमॉर्टम हाउस ले जाया गया। वहां उन्होंने बोरे में मिले शव की पहचान अपनी बेटी के रूप में कर दी। इसके बाद शव उनके सुपुर्द कर दिया गया। उन्होंने सेक्टर 94 में अंतिम संस्कार कर दिया। इसके अगले दिन परिजनों ने थाना फेज 2 में दामाद रामलखन के खिलाफ उनकी बेटी की दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज करा दिया।
लंबी जांच के बाद खुलासा
एसओ सत्येंद्र कुमार राय के मुताबिक, हमें परिवारवालों की बातों पर शुरू से ही संदेह था। इसलिए केस तो दर्ज हुआ लेकिन रामलखन की गिरफ्तारी नहीं की गई। रामलखन फेज टू में ही एक फैक्ट्री में काम करता है। उसकी गतिविधियां चेक की गईं तो वे नॉर्मल मिलीं। वहीं, नीतू की डिटेल जांची गई तो पता चला कि वह पिता की परचून की दुकान पर बैठती थी और उसकी एटा निवासी पूरन सिंह से नजदीकियां थीं। वह नजदीक की एक फैक्ट्री में काम करता था।
केस दर्ज होने के बाद पुलिस ने पूरन को तलाशा तो वह गायब मिला। इसके बाद एटा में रेड करके उसे हिरासत में ले लिया गया। पूछताछ में उसने बताया कि नीतू और वे एक-दूसरे को पसंद करते हैं और अपनी मर्जी से घर से आए थे। इसके बाद दोबारा से टीम एटा भेजी गई तो पता चला कि वह वहां से नोएडा के लिए निकल आई है। एक सूचना के बाद नीतू सक्सेना को भंगेल से हिरासत में ले लिया गया, जहां दोनों को अंडरटेकिंग के बाद छोड़ दिया गया। इस खुलासे के बाद अब थाना सेक्टर 49 के पास अज्ञात महिला के शव की पहचान करने का जिम्मा आ गया है।