संगोष्ठी में एक स्वर में बोले वक्ता "मैं नहीं, हम होकर लड़नी होगी विकास की लड़ाई"... 

संगोष्ठी में एक स्वर में बोले वक्ता "मैं नहीं, हम होकर लड़नी होगी विकास की लड़ाई"... 

संगोष्ठी में एक स्वर में बोले वक्ता "मैं नहीं, हम होकर लड़नी होगी विकास की लड़ाई"... 

झंकार भवन में आयोजित संगोष्ठी में एक मंच में दिखे विभिन्न राजनैतिक दलों के अध्यक्ष व समाजसेवी 

मण्डला - जागरूक मंच मण्डला जिसको चर्चा में सर्व सम्मति से जागरूक नागरिक मंच नाम प्रस्तावित किया गया, द्वारा गत दिवस स्थानीय झंकार भवन मण्ड‍ला में कैसा हो हमारा मण्‍डला विषय पर विचार संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें जिले के राजनैतिक, सामाजिक, चिंतक, विचारक, कानूनविद तथा विभिन्न संगठन के संचालकों द्वारा संगोष्ठी में बढ चढ कर हिस्‍सा लिया गया, संगोष्ठी का शुभारंभ निवास विधायक डॉ.अशोक मर्सकोले, भाजपा जिला अध्यक्ष भीष्म द्विवेदी,कांग्रेस जिला अध्यक्ष राकेश तिवारी जी, सत्यनारायण खंडेलवाल, सुधीर उपाध्याय, सुनील दुबे, गुलाब सिंह मरदारियागुलाब सिंह उइके और अन्य अतिथियों द्वारा भारतमाता के प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया।

संगोष्ठी के विषय प्रवेश की जिम्मेरदारी निभाते हुए निवास विधायक डॉ. अशोक मर्सकोले ने विषय प्रवेश कराया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्री मर्सकोले ने कहा कि हम अलग-अलग दलो में, अलग-अलग संगठन के माध्यम से जिले की विकास की बात करते है, लेकिन आदिवासी बाहुल्य  मण्डला जिला का प्राकृतिक संसाधनों से परिपूर्ण होते हुए भी समूचित विकास नहीं हुआ है, अपार पानी के स्त्रोत होते हुए भी खेतो खलिहान व पीने को पानी   नहीं उपलब्ध हो पाती, वहीं रोजगार के लिए पलायन के मामले में नम्बर 01 है, रेल सुविधा तो छोडिए, सड़क मार्ग भी बेहतर नहीं है,शिक्षा स्वास्थ्य रोज़गार की बदहाल स्तिथि फिर भी हम जिले का विकसित करने का दावा करते है, कैसा हो मण्डला विषय पर आयोजित संगोष्ठी का विषय व्यापक है, निजी स्वार्थों दलगत राजनीति से ऊपर उठकर हमें एक जुट होते हुए विकास की बात करनी होगी, दल अलग हो सकते है, खुद की मजबुरियां भी हो सकती है, लेकिन मण्डला का हम समुचित विकास चाहते है, तो हमें एक होना पड़ेगा।

संगोष्ठी में इन मुद्दों की रही गूंज -
 संगोष्ठी‍ के वक्ताओं  ने कहा कि रेल सवारी सुविधा तत्काल शुरू हो, हाइवे पर बनने वाले टोलनाका को फूलसागर से आगे जबलपुर रोड़ पर लगाया जाए, पहाड़ो की कटिंग पुन: सुनिश्चित कराई जाए, एवं गुणवत्‍ताहीन रोड का सुधारकार कराया जावे एक मात्र उपाय डामर कोटिंग हो, मण्डला से अविलंब 3 यात्री ट्रेनों का संचालन किया जाए, मेडिकल कॉलेज के लिए अविलंब भूमि का आवंटन किया जाए, एमपीटी द्वारा पर्यटन को बढावा देने के लिए मोटल से निजीकरण को समाप्त किया जाए, उद्योगिक क्षेत्र  मनेरी में मण्डला जिले के बेरोजगार युवाओं के लिए प्रथम प्राथमिकता हो, मोहनिया पटपरा को उद्योगिक क्षेत्र के रूप में डेवलॉप कर लघु उद्योग लगाये जाए, लिफ्ट ऐरिगेशन के माध्यम से खेतो तक पानी बीजाडांडी निवास नारायांगज मण्डला मोहगांव नैनपुर पठार क्षेत्र पहुंचाया जाए , शिक्षकों की भर्ति अविलंब की जाए, प्रस्तावित वेटरनरी व एग्रीकल्चर कॉलेज खोले जाने की मांग प्रमुख रही, तो वहीं वक्ताओं  ने आरोप लगाया कि योजना बनने के बाद जिले में उनका क्रियान्वयन सहीं ढंग से नहीं हो पाता, न ही जिला प्रशासन स्थानीय स्तर पर जनसंवाद करता है, जिसके कारण योजना का सही लाभ सही लोगों को नहीं मिल पाता है, इसका उदाहरण सौभाग्य योजना घोटाले की भेंट से मण्डला का ग्रामीण अंचल थ्री फेस लाइट से वंचित होने पर कोई अन्य उपाय से बिजली नहीं पहुचना में है, स्थानीय वक्‍ताओ ने कहा है कि इस ओर शीघ्र ध्या‍न नहीं दिया गया तो भारी जन आंदोलन किया जाएगा। 

खेतो तक पहुंचे पानी तो बने बात, रेल का हो संचालन - 
सुदूर अंचल नैनपुर से संगोष्ठी में हिस्सा लेने आए सत्‍यनारायण खण्डेलवाल ने कहा कि किसी भी ग्रामीण क्षेत्र के विकास की धुरी किसान होता है, किसानो के खेतो तक पानी पंहुचा दिया जाए तो जिले की अर्थव्यवस्था  मजबूत हो जाएगी, उद्योग की स्थापना होनी चाहिए जिससे लोगो को रोजगार मिले, उद्योग के लिए बेहतर सड़क व रेल सुविधा होनी जरूरी है।

लिफ्ट इरीगेशन से बदल सकती है तस्वीर -
संगोष्ठी को संबोधित करते हुए राजकुमार सिन्हा  ने कहा कि मैं जिस क्षेत्र से आता हुँ वह बरगीबांध डूूब प्रभावित क्षेत्र है। बिजली पानी रोजगार शिक्षा स्वास्थ्य की बदहाल स्थिति है। ग्रामीण क्षेत्र में लिफ्ट इर्रिगेशन से पानी मिले जैसे मालवांचल के प्रोजेक्ट बने हैं। जल संसाधन से मतस्य आखेटन स्थानीय मछुआरों को मिले, इसके लिए समस्त राजनैतिक दल व संगठन एवं जिलेवासियों को एक जुट होकर प्रयास करना होगा जिसमें हम सब शामिल है। 

बने एक संयुक्त  मोर्चा - 
संगोष्ठीं को संबोधित करते हुए सुनील दुबे अन्ना महाराज ने कहा कि कैसा हो हमारा मण्डला विषय को अगर साकार करना है, तो एक संयुक्त मोर्चे कि आवश्यकता है जिसमें राजनेता भी हो, बुद्ध जीवी, सामाजिक कार्यकर्ता, कानूनविद हो जिससे जिले की विकास की लड़ाई लडी जा सके।

राजनैतिक दल बाद में पहले मण्डला -
संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कांग्रेस के जिले अध्यक्ष राकेश तिवारी ने कहा कि हमें दलगत राजनिति छोड़कर मै शब्द त्याग कर हम के साथ संघर्ष करना होगा, हम एक है, हमारा मण्ड्ला है, मजबुत इच्छा शक्ति के साथ टुकड़ो में नहीं बल्कि एक जुट होकर संघर्ष कर हम मण्डला को पूर्ण रूप से विकसित कर सकते है।

संसाधन पर्याप्तर फिर भी नहीं हुआ विकास -
संगोष्ठी में अपने विचार रखते हुए भाजपा के जिला अध्यक्ष भीष्म द्विवेदी ने कहा कि जिले में पर्याप्त खनिज सम्पदा, मां नर्मदा का आर्शीवाद होने के बाद हम विकास के मामले में काफी पीछे है, जिसके पीछे केवल एक ही कारण है, वह यह है कि जिला राजनैतिक तो हो गया, लेकिन विकास नहीं हो पाया है, इस जिले में मेरा जन्म हुआ यहां मै पला, बड़ा, पढ़ा, और राजनैतिक सफर करते हुए इस मुकाम पर पहुंचा हुँ, मैं यह कहता हुँ, कि मेरे लिए पहले मण्डला बाद में राजनैतिक दल। जागरूक नागरिक मंच मण्डला का जल्द विस्तार किया जायेगा जिसमें ब्लॉक लेवल तक प्रतिनिधित्व अन्य क्षेत्रीय विषयों को मिले, उक्त विषयों को लेकर एक सप्ताह में मीटिंग कर संबंधित विषयों पर जिम्मेदारो को जिम्मेदारी का कठोरतम अहसान व ज्ञापन सौपा जायेगा।

संगोष्ठी‍ को संबोधित करने वालों में अनुप मिश्रा रेल्वे  संघर्ष समिति, हनी बर्वे, किशोर कछवाहा पुर्व नगरपालिका अध्यक्ष, राधा गुप्ता पुर्व नगरपालिका अध्यक्ष, चन्द्रेश खरे, नीरज अग्रवाल, सैयद जावेद अली, पोहप सिंह, कमलेश मिश्रा, इंद्रजीत भण्डारी, दिलीप चंद्रोल, अरविन्द परस्ते, जी.पी.पटैल, मनीष तिवारी, मुन्ना बर्मन, लक्ष्मण सिंगौर, प्रमुख रहे। संगोष्ठी के दौरान गुलाब सिंह उइके म.प्र. जनजातीय आयोग के सदस्‍य,चैनसिंह वरकड़े अध्यक्ष नगरपालिका निवास, संतोष भलावी जनपद अध्य‍क्ष मण्डला,संदीप सिेह जिला पंचायत सदस्य्, रूचीराम गुरवानी, पारस असरानी अशोक पाण्डे, पी.डी.खैरवार, पारस असरानी, राजेश मिश्रा, गुलाब सिंह मरदरिया, समसाद मलिक, चंद्रशेखर सिंधिया, शीलदेवी झा, कामिनी चौधरी, राजा संतोष शुक्‍ला एवं जिले के गणमान्य नागरिक उपस्थित रहेl संगोष्ठी का संचालन एडवोकेट/पत्रकार सुधीर उपाध्याय ने किया।