ODF घोषित होने के बाद भी आज तक खुले में शौच मुक्त नहीं हुआ गांव

गरियाबंद
छत्तीसगढ़ में गरियाबंद जिले के ओडीएफ घोषित होने पर कई बार सवाल खड़े हो चुके हैं. इसी क्रम में एक बार फिर ओडीएफ के नाम पर गरियाबंद जिला सुर्खियों में है. ताजा मामला देवभोग विकासखंड के बुरजाबहाल गांव का है. वैसे तो गरियाबंद जिले के साथ साथ जिले का बुरजाबहाल गांव भी सालभर पहले ओडीएफ घोषित हो चुका है, लेकिन हकीकत इससे कोसों दूर है.

बुरजाबहाल ओडीएफ होने के बाद भी खुले में शौच मुक्त गांव नहीं बन पाया है. दरअसल, स्वच्छ भारत मिशन के तहत गांव में जो शौचालय बनाए गए हैं वे उस लायक नहीं है कि उनका उपयोग हो सके. इसलिए ग्रामीण आज भी खुले में शौच जाने पर मजबूर हैं. गांव में बने शौचालयों की हकीकत सामने लाते हुए ग्रामीणों ने बताया कि गांव में कुल 405 शौचालयों का निर्माण स्वच्छ भारत मिशन के तहत किया जाना था. उनमें से करीब 70 शौचालयों का निर्माण तो हुआ ही नहीं है. बाकि जो शौचालय बने हैं उनमें से किसी में सीट नहीं लगाई गई है तो किसी में दीवार ही खड़ी नहीं की गई है.

ग्रामीणों की मानें तो गांव का एक भी परिवार शौचालय का इस्तेमाल नहीं कर पा रहा है. गांव में जागरूकता अभियान से जुड़ी करीब 140 महिलाओं ने मामले में हस्ताक्षरयुक्त शिकायत देवभोग एसडीएम से की है. महिलाओं ने सभी घरों में अच्छे शौचालय के निर्माण और गलत तरीके से गांव को ओडीएफ घोषित करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है. ऐसा न होने पर समूह की महिलाओं ने 15 दिन का अल्टीमेटम देते हुए धरना प्रदर्शन की चेतावनी दी है.