कोलेश्वर धाम में 40 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने लिया पुण्य लाभ

awdhesh dandotia मुरैना/दिमनी। प्राचीन कोल्हुआ ग्राम पंचायत में कोलेश्वर धाम मंदिर है वह श्रीराम कथा चल रही है इसके कथा वाचक जगतगुरू रामाभद्राचार्य महाराज राष्ट्र संत चित्रकूट धाम सभी श्रोताओं को रसपान करा रहे है। इस कार्यक्रम के आयोजक प्रताप सिंह तोमर, श्रीमती प्रभा तोमर अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे है। More than 40 thousand pilgrims received charitable benefits in Koleshwar Dhamश्रीराम कथा के छटवें दिन दूर-दराज से आये 40 हजार से अधिक भक्तों को अपनी वाणी का लाभ देते हुए जगतगुरू रामाभद्राचार्य महाराज ने कहा कि जहां मर्यादा टूट जाये उस राज्य को नहीं लेना चाहिए। महाराज ने मंथरा केकयी, दशरथ, कोशल्य आदि का वर्णन विस्तार पूर्वक बताया। सरस्वती ने केकयी और मंथरा की मति फेर दी, इस लिए श्रीराम लक्ष्मण सीताजी को 14 वर्ष का बनवास दूसरा बर भरत को राजतिलक मांग लिया, इस बचनों से राजा दशरथ ने अपने प्राण याद-याद करते छोड दिये। जगतगुरू ने कहा दुर्योधन जैसा दुष्ट बालक पैदा न हो। बाबा ने जोर देकर कहा कि महारानी लक्ष्मीबाई जैसी नारी बनने की आवश्यकता है। जगतगुरू ने कहा श्रीराम कथा सभी सृष्टि का उधार करने वाली है। महाराज ने केवट संवाद पर अच्छा चित्रण किया। भगवान ने श्रीराम के चरण वंदना कर उन्हें नाव से पार उठाया था, राम का प्रेम केवट ही था। आरती में अरविन्द, शिवमंगल सिंह तोमर पूर्व विधायक, जयसिंह कुशवाह आदि उपस्थित थे। भजन - राम बिना अयोध्या सूनी, सीता बिना रसोईया सूनी। राघव चरन चल जात हो केवट चरन परवारत है। चौपाई - आपत काल परखीयो चारी। मांगी नाव 5 कवेट आना कही तुम्हार मरम में जाना।