महंगी होगी भोपाल में निगम वसूलेगा मनोरंजन कर, 100 करोड़ आय का अनुमान

भोपाल मप्र नगर पालिका (मनोरंजन एवं आमोद) कर नियम 2018 के तहत अब भोपाल नगर निगम भी शहरवासियों से 20 फीसदी मनोरंजन कर वसूलेगा। इससे निगम को सालाना करीब 100 करोड़ रुपए की आय होने का अनुमान है। गुरुवार को एमआईसी की बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी मिल गई है। बता दें कि मनोरंजन कर के दायरे में केबल, डीटीएच सेवा, मोबाइल के रिंग टोन, प्रदर्शनी, सर्कस, संगीत कार्यक्रम आदि शामिल हैं। इस प्रस्ताव को परिषद में रखा जाएगा। जिसकी मंजूरी के बाद लागू होगा। निगम अधिकारियों ने बताया कि संबंधित संस्थाओं से यह टैक्स वसूला जाएगा। 20 फीसदी मनोरंजन कर बढ़ने का असर लोगों पर भी पड़ेगा महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई बैठक में सरकारी जमीन पर बने मकानों, दुकानों से भी संपत्तिकर, जलदर वसूली के प्रस्ताव को मंजूरी मिल गई। निगम अधिकारियों ने सुप्रीम कोर्ट के एक आदेश का हवाला देते हुए बताया कि ये टैक्स लेने के बाद भी भवन स्वामी भूमि स्वामी नहीं कहलाएगा। सेवा देने के बदले निगम टैक्स की वसूली कर सकता है। इससे करीब 10 हजार नए खाते खोले जाएंगे। इससे करीब 20 करोड़ की आय का अनुमान लगाया गया है। वर्तमान में निगम के 4 लाख खाते हैं, जिनसे 400 करोड़ आय होती है। कर्मचारियों को मिलेगा सातवां वेतनमान शासन की भांति निगम कर्मियों को भी सातवां वेतन देने की मंजूरी दी। हालांकि इससे निगम पर कितना वित्तीय भार आएगा, इसका आंकलन करना बाकी है। मप्र के पेंशनरों की भांति निगम के पेंशनरों को भी 3 प्रतिशत मंहगाई दिया जाएगा।