कर्जदार किसानों की संख्या सुषमा-शिवराज के क्षेत्र में सबसे ज्यादा

कर्जदार किसानों की संख्या सुषमा-शिवराज के क्षेत्र में सबसे ज्यादा
भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित पूरी भाजपा कांग्रेस सरकार की ऋण माफी योजना को कटघरे में खड़ी कर रही है। राजनैतिक प्रतिद्वंदिता को भले ही इसके पीछे के कारणों में मानी जाए, लेकिन प्रदेश के दूसरे क्षेत्रों के मुकाबले भाजपा नेताओं के प्रतिनिधित्व वाले इलाके में कर्जदार किसानों की सर्वाधिक संख्या सामने आई है। इसमें कद्दावर नेता व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का संसदीय क्षेत्र विदिशा भी शामिल है। इसकी पुष्टि राज्य सरकार द्वारा जय किसान फसल ऋण माफी योजना के तहत बुलाए गए आवेदन कर रहे हैं। 15 जनवरी से एक फरवरी के बीच जमा हुए आवेदनों में सबसे ज्यादा सिहोर जिले के किसानों ने किया है। जिले की बुधनी विधानसभा क्षेत्र से पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान लगातार चौथी बार प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। जबकि मुख्यमंत्री रहते हुए बीते 15 वर्षों के दौरान इनके द्वारा खेती को लाभ का धंधा बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी गई है। बावजूद इसके गृह जिले में 2 लाख 19 हजार 726 किसानों ने कर्ज से मुक्ति के आवेदन जमा कराए हैं। पड़ोसी जिला विदिशा इसके बाद दूसरे नंबर पर आता है। मौजूदा समय में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के इस जिले का प्रतिनिधित्व कर रही हैं और जिले की 5 विधानसभा सीटों पर 4 में भाजपा का कब्जा है। इसके बाद भी किसानों के घर संपन्नता नहीं आई और यही वजह है कि कुल किसानों में 2 लाख 16 हजार 99 किसान जय किसान फसल ऋण माफी योजना को कर्ज मुक्ति के लिए उम्मीद लगाए बैठे हैं। जानकार हैरानी होगी, कि पूर्व मुख्यमंत्री रहे भाजपा के वयोवृद्ध नेता कैलाश जोशी के गृह जिला देवास में भी किसानों की स्थिति बेहतर नहीं कही जा सकती है। यह भाजपा के जनाधार वाला इलाका माना जाता है। आंकलन इसी से किया जा सकता है कि यहां की 5 सीटों पर 3 पर भाजपा के विधायक है, लेकिन इसके बाद 2 लाख किसान कृषि कर्ज के बोझ में फंसे हुए हैं। कर्जमाफी के आवेदन करने वाले टॉप पांच जिले सिहोर 219.726 विदिशा 216.099 देवास 200.085 खरगोन 198.313 धार 171.717 पिछड़े जिले अनूपपुर 17.332 सिंगरौली 18.332 उमरिया 19.644 शहडोल 24.644 बुरहानपुर 41.879 विंध्य महाकौशल में कम संख्या विदिशा सिहोर सहित दूसरे जिलों में जहां कर्ज माफी के आवेदन के लिए किसानों में जहां होड़ मची हुई है। वहीं भाजपा के प्रभाव क्षेत्र वाले विंध्य व महाकौशल में यह दिखाई नहीं दे रहा है। डिंडौरी बालाघाट, नरसिंहपुर जैसे जिलों को यदि छोड़ दिया जाए, तो विंध्य के अनूपपुर, सीधी, सिंगरौली, उमरिया, शहडोल में अन्य जिलों के मुकाबले बहुत कम आवेदन सरकार को मिल रहे हैं। अब तक 47 लाख ने की कर्जमाफी की मांग पिछले 16 दिनों में 47 लाख 72 हजार 560 किसानों ने फसल ऋण माफी योजना से लाभान्वित होने के लिये अपने आवेदन पत्र ग्राम पंचायतों के माध्यम से जनपद में जमा करवाये हैं। फसल ऋण माफी के लिये योजना अंतर्गत अभी तक 25 लाख 29 हजार 722 किसानों ने हरे, 18 लाख 17 हजार 14 किसानों ने सफेद और 4 लाख 25 हजार 824 किसानों ने गुलाबी आवेदन भरकर जमा करवाये हैं। आगामी 5 फरवरी 2019 तक ग्राम पंचायतों में किसानों से आवेदन पत्र प्राप्त किए जाएंगे।