बस्तर
ट्रकों की देश व्यापी आन्दोलन का अब असर दिखनें लगा है. दिगर प्रांत से आने वाली सब्जियों की आवक कम हुई है. इसके अलावा अन्य जरूरी सामग्रियों का भी आयात-निर्यात नहीं किया जा रहा है. मांग जल्द पूरी नहीं होने पर ट्रक मालिक संघ उग्र आन्दोलन करने की तैयारी कर रहे हैं. विभिन्न मांगो को लेकर देश भर के लगभग 92 लाख से अधिक ट्रकों के पहिए थमें हुए हैं.
छत्तीसगढ़ में 25 हजार ट्रकें हैं, जिनके मालिकों ने अपनी मांगों को लेकर आन्दोलन शुरू किया है. ट्रकों की हड़ताल से प्रति दिन 1500 करोड़ का नुकसान होने का दावा किया जा रहा है. ट्रक मालिक संघ के प्रदेश अध्यक्ष बलजिंदर सिंह का कहना है कि आन्दोलन अब और तेज होगा मगर सरकार परिवहन विभाग किसी तरह के बातचीत की पहल ही नहीं कर रहा है.
जैसे जैसे ट्रक मालिकों का आन्दोलन लम्बा खींचता जाएगा, उसका व्यापक असर देखने को मिल सकता है. अभी से सब्जियों के दाम आसमान छूने लगे हैं. कुछ बिचौलिए अभी से आन्दोलन की आड़ में सब्जियों को महंगे दामों पर बेच रहे हैं. वहीं सब्जी मण्डी संघ के पदाधिकारी श्रीनिवास रेड्डी का कहना है कि आन्दोलन का असर दिख रहा है. मण्डी में सब्जियों की आवक कम हो गई है.