जिलेवार योजना बनाकर कराया जाएगा टीकाकरण

जिलेवार योजना बनाकर कराया जाएगा टीकाकरण
भोपाल, प्रदेश में कोरोना का संक्रमण रोकने के लिए चलाए गए किल कोरोना अभियान में स्वास्थ्य विभाग को बड़ी सफलता मिली है। इस अभियान के दौरान कोरोना के संदिग्धों के अलावा मलेरिया डेंगू के भी मरीज मिले हैं।  सबसे बड़ी बात यह है कि इस अभियान के दौरान प्रदेश में टीकाकरण से वंचित लगभग 1,47,853 गर्भवती महिलाएं और टीकाकरण से छूटे हुए 0 से 1 साल तक के  27,580 बच्चे मिले हैं। अब इनका टीकाकरण कराया जा रहा है। किल कोरोना कैंपेन के दौरान प्रदेश भर में टीकाकरण से वंचित मिली 1,47,853 गर्भवती महिलाओं में सबसे ज्यादा 17,565 महिलाएं बालाघाट में मिली हैं।  इसके बाद दूसरे नंबर पर अलीराजपुर में 11043, जबलपुर में 9664, देवास में 8889 , मंडला में 8374, राजगढ़ में 7104, कटनी में 6678 रतलाम में 5950, शाजापुर में 5649, टीकमगढ़ में 4947 गर्भवती महिलाएं मिलीं हंै।  हालांकि सबसे कम 18 गर्भवती अशोक नगर, बुरहानपुर में 79, भिंड में 128, गुना में 138, झाबुआ में 208, धार में 275 , दतिया में 360, उज्जैन में 399, खरगोन में  424 और अनूपपुर जिले में 441 गर्भवती महिलाएं टीकाकरण से वंचित मिली हंै। टीकाकरण में नवजात बच्चे छूट गए थे । किल कोरोना कैम्पेन के दौरान सबसे ज्यादा वैक्सीनेशन से वंचित 4356 बच्चे इंदौर में मिले हैं। जबकि 1938 बच्चे भोपाल में, रतलाम में 1709 , ग्वालियर में 1449, उज्जैन में 1771, सिंगरौली में 1095, रीवा में 1003, सतना में 971, शिवपुरी में 974 और 903 बच्चे जबलपुर में टीकाकरण से छूटे हुए मिले।  हालांकि सबसे कम महज 22 बच्चे अनूपपुर जिले में मिले हैं।  जबकि अशोक नगर में 24, डिंडोरी में 39, बालाघाट में 51, होशंगाबाद में 54, मंडला में 63, राजगढ़ में  83, बुरहानपुर में 99, मंदसौर में 116 और उमरिया में 125 बच्चे टीकाकरण से छूटे पाए गए हैं।  कोरोना संकट के कारण प्रदेश भर में अप्रैल और मई में ज्यादातर जिलों में टीकाकरण का काम नहीं हो पाया । स्वास्थ विभाग के मैदानी अमले से लेकर लेकर राज्य स्तर तक के सभी अधिकारी-कर्मचारी कोरोना कंट्रोल के काम में जुटे हुए थे।  इस काम में आशा कार्यकर्ता आंगनबाड़ी और की भी ड्यूटी लगी थी। इस वजह से बड़े पैमाने पर प्रदेश में गर्भवती महिलाओं और बच्चों का टीकाकरण नहीं हो पाया।  मुख्यमंत्री के निर्देश पर शुरू किए गए किल कोरोना अभियान के दौरान प्रदेश भर में की गई पड़ताल में 1,47,853 गर्भवती महिलाएं और 27,580 बच्चे ऐसे मिले जिनका टीकाकरण नहीं हो पाया था। अब इनके टीकाकरण के लिए जिला वार योजना बनाकर वैक्सीनेशन किया जा रहा है।