Youtube से नकली नोट बनाने का नुस्खा सीख कर ठगी की, तीनों गए जेल

मध्य प्रदेश के बड़वानी जिले में नकली नोट देकर ठगी करने की फिराक में घूम रहे है एक गिरोह का पर्दाफाश जिले की पुलिस ने किया है. जिला पुलिस ने राहुल नाम के एक युवा को नकली नोट बनाने के जुर्म में गिरफ्तार कर लिया है. राहुल ने पूछताछ में बताया कि उसने जाली नोट यूट्यूब पर बनाना सीखा. राहुल ने इसके लिए एक कलर प्रिंटर खरीदा और 2 हजार और 5 सौ सहित अन्य नोटों के दोनों हिस्सो के कलर प्रिंट निकाल कर उन्हें काटकर चिपका दिया करता था. इस प्रक्रिया में नकली नोट की मोटाई असली नोट के मुकाबले ज्यादा बढ़ जाती थी. राहुल कम पढ़ा लिखा था इस वजह से वह नोट पर आने वाले सीरियल नंबर पर गौर नहीं कर पाया और उसने एक ही सीरियल नंबर के कई प्रिंट निकाल लेता था. उसके पास से जब्त नोटों की गड्डियों के सीरियल नंबर एक ही मिले.
राहुल बड़वानी जिले में नकली नोट बनाकर उसे चला कर रुपये कमाने में लग गया. राहुल नोट छापने का काम करता था और उन्हें बाजार में चलाने का काम गेंदालाल और देवा करते थे. इन शातिर अपराधियों ने इन जाली नोट को चलाने के लिए आदिवासी क्षेत्रों को निशाना बनाया, जहां असली और नकली नोट की पहचान कर पाने कम ही लोग सक्षम होते थे.
ये आरोपी दुकानदारों से छोटी मोटी सामग्री खरीद कर 2 हजार रुपये का नोट देते थे जिसके बदले में दुकानदार से वापस मिलने वाले नोट असली रुपयों में बदल जाते थे. इस दौरान निवाली में केले खरीदने के बाद देवा ने दुकानदार को 2 हजार का नोट दिया जो कि नकली था, उसकी सूचना दुकानदार ने पुलिस को दी जिसके बाद निवाली पुलिस ने तत्काल घेराबंदी कर 25 वर्षीय आरोपी दयाराम उर्फ देवा को गिरफ्तार किया. पुलिस की पूछताछ में उसने अपने अन्य साथी राहुल और गेंदिया उर्फ गेंदालाल के नाम बताए. पुलिस ने इन्हें भी तत्काल गिरफ्तार कर लिया.
पुलिस ने बताया कि गिरोह का मास्टरमाइंड राहुल है, जिसने यूट्यूब से नकली नोट बनाना सीखकर इन नोटों को बाजार में चलाने का प्लान बनाया था. पुलिस ने आरोपियों से 13 लाख 54 हजार के 2000, 500, 200 और 100 रुपये के 1386 जाली नोट जब्त किए हैं. पुलिस अधीक्षक डी आर तेनिवार और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुनीता रावत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पूरे मामले का खुलासा किया.