अब थर्ड जेंडर भी बन सकेंगे महिला या पुरुष...अंबेडकर में जल्द शुरू होगी सेक्स री-असाइनमेंट सर्जरी... अब तक 4 ने करवाया रजिस्ट्रेशन
रायपुर
थर्ड जेंडर के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। अब छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल डॉ. भीमराव अंबेडकर में सेक्स री-असाइनमेंट सर्जरी (एसआरएस) शुरू होने जा रही है। इस सर्जरी से थर्ड जेंडर महिला या पुरुष आसानी से बन सकेंगे। अस्पताल प्रबंधन ने इसके लिए तैयारियां भी पूरी कर ली है।
सर्जरी प्लास्टिक एवं बर्न विभाग के एचओडी डॉ. दक्षेश शाह और उनकी टीम द्वारा किया जाएगा। टीम ने इसके लिए तैयारी शुरू कर दी हैं। जानकारी के मुताबिक प्रदेश में तीन हजार थर्ड जेंडर हैं। इनमें से 150 से अधिक थर्ड जेंडर ने सर्जरी की इच्छा जाहिर की है। कंसर्ट फॉर्म भी भरे हैं।
रजिस्ट्रेशन करवाने के बाद व्यक्ति को काउंसलिंग के साथ-साथ कई सर्जरी से गुजरना होता है, तब जाकर संबंधित व्यक्ति पुरूष या महिला बन पाता है। इस पूरे प्रोसेस एक साल का समय लगता है। इसमें पहले महीने में काउंसलिंग और स्क्रीनिंग होती है।
जिसमें यह जानने की कोशिश की जाती है कि उक्त आवेदक को मानसिक रूप से कोई बीमारी तो नहीं है, इसे लेकर संतुष्ट हो जाने के बाद हार्मोन थेरेपी से गुजरना होता है। लेजर ट्रीटमेंट और ऑपरेशन किया जाता है और अंत में ब्रेस्ट इंप्लांट की प्रक्रिया होती है।
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने 2014 में सभी राज्यों को थर्ड जेंडर सर्जरी की योजना बनाने के आदेश दिए थे। इसके बाद प्रक्रिया शुरू हुई थी। छत्तीसगढ़ में चार थर्ड जेंडर्स ने सर्जरी के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है। चारों महिला बनना चाहते हैं।
बता दें इसके लिए समाज कल्याण विभाग और स्वास्थ्य विभाग की स्टेट नोडल एजेंसी (एसएनए) को पत्र लिखा गया है। बजट आने के बाद ऑपरेशन की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। एक सर्जरी के लिए 1.50 लाख रुपए खर्च आएगा।