आईएसएल: 2015 के सफर से प्रेरणा लेगी चेन्नइयन एफसी
चेन्नई
चेन्नइयन एफसी अपने अब तक के सबसे खराब दौर से गुजर रही है और यहां के नेहरू स्टेडियम में शनिवार को हीरो इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के मुकाबले में मुम्बई सिटी एफसी के खिलाफ वह किसी भी हाल में तीन अंक हासिल करना चाहेगी। गत वर्ष बेंगलुरू एफसी को हराकर खिताब जीतने वाली चेन्नइयन एफसी ने अब तक लीग के पांचवें सीजन मे पांच मैच खेले हैं लेकिन वह अपनी मौजूदा चैम्पियन वाले रुतबे के साथ न्याय नहीं कर सकी है। अब इस टीम को न सिर्फ काफी कुछ साबित करना है बल्कि अपने अभियान को जारी भी रखना है और इसके लिए जीतना बेहद जरूरी है।
सहायक कोच सबीर पाशा अभी टीम की देखरेख कर रहे हैं क्योंकि कोच जान ग्रेगरी बीमार हैं। पाशा ने अपनी टीम के आलोचकों को चेता दिया है कि उसे खिताब की दौड़ से बाहर न मानें। इसके लिए पाशा ने 2015 में टीम के सफर का हवाला दिया, जब मरीना मचान्स नाम से मशहूर इस टीम ने मार्को मातेराजी की देखरेख में तालिका में सबसे नीचे से उठते हुए प्लेआफ तक का सफर तय किया था। पाशा ने कहा कि हम बीते सीजन की उपलब्धियों को दोहराना चाहते हैं लेकिन दुर्भाग्य से ऐसा हो नहीं पा रहा है। 2015 में मार्को के साथ खेलते हुए हम तालिका में सबसे नीचे थे लेकिन हमने अपने लिए सबकुछ बदल दिया और खिताब जीता। हम चैम्पियन हैं और इस कारण आप हमें पूरी तरह चुका हुआ नहीं कह सकते। हमें उम्मीद है कि हम वापसी करेंगे।
नार्थईस्ट युनाइटेड एफसी के खिलाफ अंतिम घरेलू मैच में चेन्नइयन एफसी को 1-3 से हार मिली थी। एक समय यह टीम आगे थी। यह सब सिर्फ खराब डिफेंडिंग के कारण नहीं हो रहा है बल्कि अग्रिम पंक्ति का खराब फार्म भी इसके लिए जिम्मेदार है। चेन्नइयन एफसी ने हर मैच में मौके बनाए हैं लेकिन उन्हें गोल में तब्दील नहीं कर सकी है। पाशा ने कहा कि हर कोई नतीजा देखता है। मुम्बई सिटी भी हमारी तरह हैं। गोवा के खिलाफ अंतिम मैच में इस टीम को बुरी हार मिली थी। फिर दिल्ली के खिलाफ यह टीम अच्छा खेली। हमने भी एटीके के खिलाफ अच्छा खेल दिखाया था। हमने काफी मौके बनाए थे लेकिन हम उन्हें भुना नहीं पाए थे। बीते चार सीजन से चेन्नइयन एफसी के लिए लगातार अच्छा खेल रहे जेजे लालपेखलुवा अपने श्रेष्ठ फार्म में नजर नहीं आ रहे हैं जबकि कार्लोस सालोम भी अब तक लय में नहीं आए हैं। चेन्नइयन एफसी को आगे तक का सफर तय करने के लिए हर हाल में शनिवार को तीन अंक हासिल करने होंगे नहीं तो उसके तथा अंतिम-4 स्थान के बीच का फासला काफी अधिक बढ़ जाएगा। इस बीच, गोवा के हाथों 0-5 से हारने के बाद मुम्बई की टीम ने लय में लौटते हुए दिल्ली डायनामोज को 2-0 से हराया था। कोच जार्ज कोस्टा हालांकि अपनी टीम से इससे भी अधिक निरंतरता की उम्मीद कर रहे हैं।
कोस्टा ने कहा कि गोवा के खिलाफ हम पहले हाफ में अच्छा खेले थे। हमने गोल करने के छह से आठ मौके बनाए थे। मैं अंतिम 20-25 मिनट के खेल से नाखुश हूं लेकिन इसके बाद हमने सुधार किया और दिल्ली के खिलाफ अच्छा खेले। अब हमने निरंतरता दिखानी होगी और नतीजे हासिल करने होंगे। अभी कई टीमों के बीच एक या दो अंतर का फासला है। हमें अगले मैच में जीत के साथ खुद को इनसे अलग करना होगा। मुम्बई को जीत दिलाने की जिम्मेदारी अर्नाल्ड इसोको के अलावा रफाएल बास्तोस पर होगी। ऐसे में जहां चेन्नई की टीम 2015 तथा 2017 के अपने सफर से प्रेरणा हासिल करना चाहगी वहीं मुम्बई की टीम अपने पिछले मैच के अच्छे प्रदर्शन के दम पर तीन अंक हासिल करते हुए तालिका में अपनी स्थिति बेहतर करना चाहेगी।