आज ग्वालियर पहुंचेंगे कांग्रेस महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया, करेंगे दो दिन का प्रदेश दौरा

आज ग्वालियर पहुंचेंगे कांग्रेस महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया, करेंगे दो दिन का प्रदेश दौरा

ग्वालियर
 लोकसभा चुनाव 2019 परिणाम के 15 दिन बाद कांग्रेस महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया पहली बार प्रदेश के दौरे पर आ रहे हैं। वे सात और आठ जून को प्रदेश में रहेंगे। शहर जिला कांग्रेस के अध्यक्ष डॉ. देवेन्द्र शर्मा ने बताया कि कांग्रेस के महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया 7 जून को शताब्दी एक्सप्रेस से सुबह 9 बजे ग्वालियर आएंगे। कांग्रेस अध्यक्ष ने बताया कि शहर कांग्रेस उनकी रेलवे स्टेशन पर अगवानी करेगी। उसके बाद वह कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगे। नए प्रदेश अध्यक्ष की चर्चा के बीच सिंधिया का ये दौरा अहम माना जा रहा है। सिंधिया अपने लोकसभा क्षेत्र के शिवपुरी,अशोकनगर और गुना में कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगे।

इस मुलाकात में चुनाव में हार के कारणों पर भी चर्चा होगी। मोदी लहर में सिंधिया घराने के गढ़ में ज्योतिरादित्य की हार को सामान्य चुनावी नतीजों की तरह नहीं लिया जा सकता। 23 मई को चुनाव परिणाम के दिन भी ज्योतिरादित्य दिल्ली में ही थे। हार के बाद वे अपने लोकसभा क्षेत्र में चार जून को धन्यवाद सभा करने वाले थे, लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने उनको दिल्ली में ही रुकने को कहा था। सिंधिया कार्यकर्ताओं से मुलाकात के बाद आठ जून को पीसीसी में होने वाली कांग्रेस कोर कमेटी की बैठक में भाग लेंगे। इस बैठक में संगठनात्मक बदलाव के साथ चुनाव की समीक्षा भी होगी। बैठक में मुख्यमंत्री कमलनाथ, प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और पूर्व सांसद कांतिलाल भूरिया समेत अन्य वरिष्ठ नेता शामिल होंगे।

केपी ने सिंधिया को सवा लाख मतों से हराया
लोकसभा चुनाव 2019 में भाजपा ने देशभर में सुनामी लाते हुए प्रचंड जीत हासिल की। वहीं गुना लोकसभा सीट से कांग्रेस के दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया को भाजपा के उम्मीदवार केपी यादव ने भारी मतों से हराया। ये वही केपी यादव में जो 2018 में मुंगावली जिला पंचायत में सिंधिया के सांसद प्रतिनिधि हुआ करते थे। इसी बीच मुंगावली विधायक और कांग्रेस के दिग्गज नेता कालूखेड़ा का अचानक निधन हो गया। अब मुंगावली में उपचुनाव होना थे तभी केपी यादव ने उपचुनाव में सिंधिया से टिकट की मांग की,उन्हें विश्वास था कि टिकट उन्हीं को मिलेगा।लेकिन ऐसा नहीं हुआ और टिकट ऐन वक्त पर कट गया। इसके बाद केपी यादव ने तत्कालीन सत्तारूढ़ भाजपा व पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान के समक्ष भाजपा में शामिल हो गए।