आप से गठबंधन के लिए कांग्रेस पर दबाव, शरद पवार बने मध्यस्थ

 आप से गठबंधन के लिए कांग्रेस पर दबाव, शरद पवार बने मध्यस्थ

 
नई दिल्ली 

कांग्रेस पर दिल्ली में आप से गठबंधन के लिए चौतरफा दवाब है। बावजूद इसके अबतक स्थिति साफ नहीं है। ममता बनर्जी और चंद्रबाबू नायडू के बाद अब महागठबंधन के एक पार्टनर एनसीपी नेता शरद पवार कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) के बीच गठबंधन कराने की कोशिश कर रहे हैं। इसके लिए पवार ने दोनों पक्षों के नेताओं से मुलाकात भी की है। 

राहुल और संजय सिंह से मिले पवार 
दिल्ली में गठबंधन के लिए पवार मध्यस्थ की भूमिका में आ चुके हैं। मंगलवार को पवार राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे से मिलने पहुंचे थे। इसके बाद उन्होंने आप नेता संजय सिंह को बातचीत के लिए बुलाया। दूसरी तरफ दिल्ली में लोकल लीडरशिप द्वारा बार-बार गठबंधन के विरोध के बाद भी गठबंधन की बातें न केवल जारी है, बल्कि इसे लेकर अब कांग्रेस के ऊपर प्रेशर भी है। एक तरफ प्रदेश कांग्रेस की तरफ से गठबंधन को खारिज किया जा रहा है, तो प्रदेश प्रभारी पीसी चाको गठबंधन की गांठ को जोड़ने के लिए सभी प्रयास कर रहे हैं। 

दो खेमों में बंटी कांग्रेस 
आप से गठबंधन पर दिल्ली कांग्रेस बंटी हुई नजर आ रही है। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस की अध्यक्ष शीला दीक्षित इसके लिए तैयार नहीं हैं। तीनों वर्किंग प्रेजिडेंट अध्यक्ष हारुन युसूफ, देवेन्द्र यादव और राजेश लिलोठिया भी उनकी तरफ हैं। वहीं पीसी चाको के समर्थन में अजय माकन समेत कई पूर्व अध्यक्ष हैं। दोनों धड़ों के बीच लेटर वॉर तक हो चुका है। दोनों ही अपना पक्ष रखते हुए राहुल को पत्र लिख चुके हैं। जानकारी के मुताबिक, 14 जिला अध्यक्षों में से 12 गठबंधन के पक्ष में हैं। 

राहुल पर नजरें 
दिल्ली के साथ-साथ बिहार, झारखंड में भी अभी कांग्रेस के लिए गठबंधन का पेच फंसा हुआ है। यशवंत सिन्हा ने इससे जुड़ा एक ट्वीट करते हुए राहुल गांधी को सलाह दी थी कि प्लीज बिहार, झारखंड और दिल्ली में फैसला कर लें, पहले ही बहुत देर हो चुकी है। वहीं आप चाहती है कि अगर दिल्ली में गठबंधन हो जाए तो फिर हरियाणा, पंजाब, गोवा में भी इसपर बात की जाए। 

एकसाथ खड़ा हो विपक्ष: संजय सिंह 
आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा है कि लोकसभा चुनाव के दौरान नरेन्द्र मोदी और अमित शाह की जोड़ी को रोकने के लिए यह जरूरी है कि विपक्ष एकसाथ चुनाव लड़े। इसे लेकर सभी दलों को साथ आना होगा। अब चाको की मानें तो राहुल जल्द इसपर फैसला लेंगे। फिलहाल कांग्रेस अध्यक्ष लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर नॉर्थ-ईस्ट जा रहे हैं। शरद पवार के अनुसार दो दिनों के बाद इस मुद्दे पर कांग्रेस की ओर से अंतिम निर्णय किया जाएगा।