आपके नन्हे मुन्हे को हो सकती है ये एलर्जी

हर माता पिता यही चाहते हैं कि उनका बच्चा हमेशा स्वस्थ रहे लेकिन अगर बार बार उनको इन्फेक्शन हो जाए तो पेरेंट्स परेशान हो जाते हैं कि आखिर ऐसा क्यों हो रहा है। क्या एक के बाद एक आपके बच्चे को इन्फेक्शन हो जाता है क्या वह रात को ठीक से सो नहीं पाता।
क्या उसका पेट हमेशा गड़बड़ रहता है या फिर उसे पेट दर्द की शिकायत रहती है। इसके अलावा क्या आपके बच्चे के शरीर पर रैशेज़ हो जाते हैं। यदि आपका जवाब हाँ है तो समझ जाइए कि आपके बच्चे को एलर्जी हो रही है।
अच्छी बात है कि इस तरह की एलर्जी कुछ मामलों में ज़्यादा दिन तक नहीं रहती और समय पर इनका इलाज करने से ये ठीक भी हो जाती हैं। बस आपको यह जानने की कोशिश करनी चाहिए कि आपके बच्चे को शरीर के किस हिस्से में एलर्जी हो रही है और किस चीज़ से हो रही है।
ऐसे में बेहतर होगा कि आप किसी अच्छे चिकित्सक से सलाह लेकर अपने बच्चे का इलाज करवाएं लेकिन इससे पहले हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां देंगे जिससे आप यह पता लगा पाएंगे कि आपके बच्चे को एलर्जी है।
1. भरी हुई नाक
2. खांसी
3. लाल आँखें
4. रैशेज
5. पेट में गड़बड़ी
6. वायु से एलर्जी
7. जब बच्चा रात भर न सोए
8. कान में दिक्कत
9. शरीर पर चकत्ते
बंद नाक:
अकसर मौसमी बीमारी की वजह से बच्चे को सर्दी ज़ुकाम हो जाता है जिसके कारण उसकी नाक बंद हो जाती है और वह मुंह से सांस लेने लगता है। अगर लगातार आपका बच्चा मुंह से सांस ले रहा है और उसकी नाक बंद ही है तो फिर यह चिंता की बात है। यह एलर्जी के लक्षण है और यह घर के अंदर या बाहर से भी हो सकता है।
खांसी:
यदि आपके बच्चे को लगातार सूखी खांसी आ रही हो तो ये भी एलर्जी का एक कारण हो सकता है। ऐसे में आपको फ़ौरन अपने चिकित्सक से सलाह लेनी चाहिए और एलर्जी की जांच करवानी चाहिए। बिना डॉक्टर की सलाह के अपने बच्चे को किसी नई तरह की दवाई भूल कर भी न दें। इससे उसकी सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है।
लाल आँखें:
आम तौर पर लाल आँखें वायरस के कारण होती हैं लेकिन इसकी वजह एलर्जी भी हो सकती है। इसमें बच्चे की आँखें लाल हो जाती हैं और साथ ही आँखों में से पानी निकलता है। ऐसे में बच्चे की आंख चिपक कर बन्द भी हो जाती है। अगर इस तरह की परेशानी की वजह वायरल और बैक्टीरियल है तो फिर यह बीमारी संक्रामक है। लेकिन अगर या एलर्जी के कारण हो रही है तो फिर घर में इसे किसी और को होने का कोई खतरा नहीं है। इसके अलावा ऐसी परिस्थिति में बच्चे को हल्का ज़ुकाम भी हो सकता है। साथ ही उसे थोड़ी खुजली भी हो सकती है। बेहतर होगा आप अपने बच्चे को डॉक्टर के पास ले जाएं और उनसे सलाह लें। इस तरह की एलर्जी धूल मिट्टी के कारण भी हो सकती है।
रैशेज़
बच्चों में रैशेज़ की समस्या बहुत ही आम है। इस तरह की समस्या एक्जिमा भी हो सकती है या फिर बच्चों के लिए इस्तेमाल होने वाला साबुन या फिर उसके कपड़े। बच्चों की त्वचा बहुत संवेदनशील होती है। हालांकि अधिकतर रैशेज़ कुछ दिनों में ठीक हो जाते हैं और इनके लिए ज़्यादा चिंता करने की बात नहीं होती लेकिन अगर ये लंबे समय तक ठीक न हो फिर उसे इलाज की ज़रूरत है।
पेट में गड़बड़ी
पेट से संबंधित परेशानियां अकसर एलर्जी के कारण होती हैं। हालांकि ये वायरल या बैक्टीरियल इन्फेक्शन के कारण होती है लेकिन छोटे बच्चों में ये खाने पीने की एलर्जी के कारण होता है। उल्टी, डायरिया, दर्द, पैखाने में खून आदि इस तरह की एलर्जी के लक्षण होते हैं। ऐसे में आप इस बात का ध्यान रखिए कि किस खाने से आपके बच्चे को ऐसी समस्याएं हो रही हैं। आप अपने डॉक्टर से मिलकर बच्चे की जांच करवाएं ताकि एलर्जी की असली वजह पता चल सके।
वायु से एलर्जी
सांस लेते वक़्त जो वायु हम अपने अंदर निगलते हैं वह भी एलर्जी का एक कारण हो सकता है क्योंकि इसमें ऐसी कई चीज़ें पायी जाती हैं जो बच्चे को नुकसान पहुंचा सकता है। उदाहरण के तौर पर सिगरेट का धुआं, धुल मिट्टी आदि इसलिए बेहतर होगा आप बच्चे के आस पास का वातावरण स्वच्छ रखें।
जब आपका बच्चा रात भर न सोए
बहुत सारे नवजात शिशु रात भर ठीक से सो नहीं पाते और रोते हैं मुमकिन है उसे किसी प्रकार का दर्द हो रहा है। यदि बच्चा थोड़ा बड़ा हो तो ऐसा माना जाता है कि बच्चे के दांत निकल रहे हैं लेकिन अगर ये कारण भी न हो तो समझ लीजिए कि आपके बच्चे को किसी तरह की एलर्जी हो गई है। अपने चिकित्सक से उसका इलाज करवाएं और असली वजह का पता लगाएं।
कान में दिक्कत
अकसर आपने एलर्जी के कारण रैशेज़, खांसी, सूजन या फिर छींक आते देखा होगा लेकिन क्या आप यह जानते हैं कि कान में दर्द भी एलर्जी के कारण होता है। यदि आपके बच्चे को लगातार कान में इन्फेक्शन, दर्द, खुजली, सुनने में परेशानी हो रही है तो ये सारे एलर्जी के लक्षण होते हैं। छोटे बच्चों को अकसर इस तरह की एलर्जी खाने की वजह से होती है। ऐसे में कान बहने जैसी समस्या भी होती है यदि समय रहते इसका इलाज न किया जाए तो बहरेपन की भी शिकायत हो सकती है।
शरीर पर चकत्ते
बच्चों के शरीर पर चकत्ते एलर्जी के कारण हो सकता है। ये धीरे धीरे पूरे शरीर पर फ़ैल जाते हैं। ये खाने पीने की चीज़ों, दवा या फिर किसी कीड़े के काटने से भी हो सकता है। ऐसे में अपने डॉक्टर से सलाह लेकर यह जानने की कोशिश करें कि आखिर किस चीज़ से बच्चे को ऐसी परेशानी हो रही है। अगर यह किसी दवा के कारण हो रही है तो ध्यान रखें कि जब भी अपने डॉक्टर के पास जाएं उन्हें इसके विषय में ज़रूर बताएं।