इंदौर में 50 हजार गुजराती वोटर्स को लेकर खींचतान!
इंदौर
मध्य प्रदेश की इंदौर लोकसभा सीट पर गुजराती समाज के अध्यक्ष पंकज संघवी के कांग्रेस की ओर से मैदान में आने से बीजेपी का गणित बिगड़ गया है. दरअसल, बीजेपी को अपने पारम्परिक वोट बैंक के खिसकने की चिंता सता रही है. यही कारण है कि बीजेपी पीएम मोदी को गुजराती बताकर समाज को साधने की कोशिश कर रही है तो वहीं कांग्रेस का पूरा जोर इन 50 हजार वोटरों पर है.
इंदौर में मराठी और गुजराती वोटरों की दम पर तीस साल से राज कर रही बीजेपी के लिए इस बार नई मुसीबत खड़ी हो गई है. कांग्रेस ने इस पर गुजराती समाज के अध्यक्ष पंकज संघवी को टिकट दे दिया है जिससे बीजेपी का समीकरण बिगड़ गया है. एक तो सुमित्रा महाजन का टिकट कटा दूसरा अब गुजराती समाज के एक मुश्त 50 हजार वोटर्स खिसकने की चिंता बीजेपी को सता रही.
बीजेपी वोटर्स के सामने पीएम मोदी को गुजराती बताकर वोट मांग रही है. कमलनाथ सरकार में पीडब्ल्यूडी मंत्री सज्जन सिंह वर्मा इसे बीजेपी का ख्याली पुलाव बता रहे. वहीं कांग्रेस प्रत्याशी पंकज संघवी का भी कहना है कि इंदौर से मोदी चुनाव नहीं लड़ रहे इसलिए गुजराती वोट बैंक को बीजेपी भूल जाए.
उधर बीजेपी का कहना है कि गुजराती समाज का जहां तक प्रश्न है हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुजराती है लेकिन वो कभी जाति के नाम पर वोट नहीं मांगते. गुजरातियों को मालूम है कि उन्होंने देश को कहां से कहां पहुंचा दिया इसलिए मतदाता जाति देखकर नहीं विकास देखकर वोट करेंगे.
कुल मिलाकर सुमित्रा महाजन के इनकार के बाद बीजेपी के लिए जहां मराठी वोटर्स के छिटकने का खतरा मंडरा रहा है तो वहीं गुजराती वोटर्स के बंटने की चिंता भी सता रही है ऐसे में वो पूरा जोर लगा रही है कि कम से कम मोदी और अमित शाह के नाम पर ये मतदाता एकजुट रहें.