इंदौर से एक भी टिकट का ऐलान क्यों नहीं कर पाई बीजेपी!
इंदौर
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने 177 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है. इस सूची में आश्चर्यजनक रूप से इंदौर जिले से एक भी उम्मीदवार के नाम पर मुहर नहीं लगाई गई है. इसमें इंदौर विधानसभा क्षेत्र क्रमांम चार भी शामिल है, जिसे भाजपा की अयोध्या के नाम से भी जाना जाता है.
इंदौर विधानसभा क्षेत्र क्रमांक चार से महापौर मालिनी गौड़ मौजूदा विधायक है. पिछले पांच चुनावों से इस सीट पर गौड़ परिवार काबिज है. कभी कांग्रेस के वर्चस्व वाली इस सीट पर सबसे पहले अयोध्या आंदोलन के दौरान भाजपा के कद्दावर नेता कैलाश विजयवर्गीय ने सेंध लगाई थी. विजयवर्गीय ने अपने परंपरागत इलाके विधानसभा क्षेत्र क्रमांक दो को छोड़कर शहर के पश्चिम क्षेत्र में स्थित इस सीट पर पहली बार भगवा लहराया था.
भाजपा ने जिन 53 विधानसभा सीटों पर प्रत्याशियों की सूची रोकी है, उसमें इंदौर जिले की सभी विधानसभा सीटें शामिल हैं। इंदौर की सीटों पर राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के बेटे के साथ लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन के समर्थकों के बीच टिकट को लेकर चल रहे घमासान के चलते टिकट रोकी गई है। विजयवर्गीय अपने बेटे के लिए टिकट चाहते हैं और जिस तरह से टिकट वितरण हुआ है, उससे यह माना जा रहा है कि उनके बेटे आकाश विजयवर्गीय को पार्टी टिकट दे सकती है। इसके अलावा पूर्व मंत्री बाबूलाल गौर और सरताज सिंह की दावेदारी वाली गोविन्दपुरा और सिवनी मालवा सीटों के प्रत्याशियों की घोषणा भी आज जारी सूची में नहीं की गई है। जो सीटें रोकी गई हैं, उनमें सबसे अधिक मालवा रीजन की हैं।
केंद्रीय चुनाव समिति के सचिव जेपी नड्डा द्वारा जारी सूची में जिन विधानसभा क्षेत्रों के भाजपा प्रत्याशियों के बारे में अभी फैसला नहीं होने की जानकारी सामने आई है, उसमें मुरैना जिले की दिमनी,अंबाह, भिंड जिले की भिंड, मेहगांव, ग्वालियर जिले की भितरवार, डबरा, दतिया जिले की भांडेर, शिवपुरी जिले की कोलारस, टीकमगढ़ जिले के निवाड़ी, छतरपुर जिले की राजनगर, बिजावर, दमोह जिले की पथरिया, जबेरा, पन्ना जिले की पन्ना विधानसभा सीट शामिल हैं। इसके अलावा सतना जिले की अमरपाटन, सीधी जिले की सिहावल, जबलपुर की पाटन, जबलपुर उत्तर, जबलपुर पश्चिम, मंडला जिले की बिछिया, निवास, बालाघाट जिले में परसवाड़ा, सिवनी जिले में केवलारी, नरसिंहपुर जिले में गाड़रवारा, तेंदूखेड़Þा, बैतूल जिले की मुलताई, होशंगाबाद जिले की सिवनी मालवा, विदिशा जिले की बासौदा, कुरवाई, शमशाबाद, भोपाल जिले की भोपाल उत्तर, गोविन्दपुरा, राजगढ़ जिले की ब्यावरा, शाजापुर जिले की शाजापुर, शुजालपुर, कालापीपल, देवास जिले की सोनकच्छ, बड़वानी जिले की राजपुर विधानसभा सीट शामिल हैं। झाबुआ जिले की झाबुआ, पेटलावद, इंदौर जिले की देपालपुर, इंदौर-1, इंदौर -2, इंदौर-3, इंदौर -4, इंदौर-5, महू, राऊ, सांवेर, उज्जैन में महिदपुर, उज्जैन दक्षिण, बड़नगर, मंदसौर जिले की गरोठ सीट का फैसला अभी नहीं हुआ है।
पुष्पेंद्र पाठक, लखन पटेल, गौर, सरताज की सीटें हैं रुकी जिन विधायकों की सीट अटकी है, उसमें नरेंद्र सिंह कुशवाह, चौधरी मुकेश सिंह चतुर्वेदी, अनिल जैन, पुष्पेंद्र नाथ पाठक, लखन पटेल, कुसुम महदेले, रामलाल रौतेल, मोती कश्यप, मंत्री शरद जैन, पंडित सिंह धुर्वे, रामप्यारे कुलस्ते, गोविन्द सिंह पटेल, चंद्रशेखर देशमुख, सरताज सिंह, वीर सिंह पवांर, सूर्यप्रकाश मीणा, बाबूलाल गौर, नारायण सिंह पंवार, अरुण भीमावद, इंदर सिंह परमार, जसवंत सिंह हाड़ा, राजेंद्र वर्मा, शांतिलाल बिलवाल, निर्मला भूरिया की सीट शामिल हैं। इनके साथ ही मनोज निर्भय सिंह पटेल, सुदर्शन गुप्ता, रमेश मेंदोला, उषा ठाकुर, मालिनी गौड़, महेंद्र हार्डिया, कैलाश विजयवर्गीय,राजेश सोनकर, बहादुर सिंह चौहान, डॉ. मोहन यादव, मुकेश पंड्या, चंदर सिंह सिसोदिया की सीट के प्रत्याशी की घोषणा भी अभी बाकी है।