कंपनियां छोटे पैक का वजन घटाकर आपकी हल्की कर रही हैं जेब

कंपनियां छोटे पैक का वजन घटाकर आपकी हल्की कर रही हैं जेब

नई दिल्ली
महंगाई बढ़ने के बाद भी चिप्स और नमकीन के पैकेट उसी दाम में खरीद रहे हैं तो इस भुलावे में मत रहिए कि वह सस्ते में मिल रहा है। कंपनियां छोटे पैक का वजन घटाकर आपकी जेब हल्की कर रही हैं। वहीं, बड़े पैकेट में मात्रा में कोई बदलाव नहीं करके ज्यादा कीमतें वसूल रही हैं यानी स्पष्ट संकेत है कि पैसे ज्यादा दो या कम माल लो। ग्राहक किसी भी आधार पर उत्पाद क्यों न खरीदे, उसके खाते में नुकसान ही है। अगर वह वजन के हिसाब से उत्पाद खरीदता है, तो दाम ज्यादा चुकाना होगा। एफएमसीजी कंपनियां महंगाई में तेज उछाल की वजह से उत्पादों की लागत में वृद्धि के नाम पर यह सब करने को मजबूर हैं। पिछले एक साल में खाद्य तेलों के दाम दोगुना से अधिक बढ़ गए हैं। वहीं अन्य कच्चे माल की कीमत बढ़ने से भी उत्पादों के दाम पर असर पड़ा है।

पेप्सिको इंडिया के पांच और 10 रुपये में मिलने वाले लेज और कुरकुरे के वजन में कटौती की गई है। पारले प्रोडक्ट लिमिटेड पांच और 10 रुपये वाले बिस्किट का वजन घटा चुकी है। वहीं, 30 रुपये और 50 रुपये वाले चिप्स के वजन में भी कटौती हुई है। वहीं, नमकीन के मामले में 400 ग्राम और एक किलो वाले पैकेट के दाम में इजाफा हुआ है। बिकानो के निदेशक मनीष अग्रवाल ने कहा कि फिलहाल 100 रुपये वाले पैकेट का वजन घटाया गया है। उनका कहना है कि लागत में वृद्धि के बाद विकल्प सीमित हैं। पारले प्रोडक्ट के सीनियर केटेगरी हेड मार्केटिंग कृष्णाराय बुद्धा का कहना है कि दाम बढ़ाने या वजन घटाने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं है।