कांग्रेस नेता की कर्मचारियों को धमकी- उलटा लटकाकर मारेंगे

कांग्रेस नेता की कर्मचारियों को धमकी- उलटा लटकाकर मारेंगे

देवास
इन दिनों चुनाव से पहले बिजली कटौती का मुद्दा चर्चा मे बना हुआ है।बार बार हो रही कटौती को लेकर सरकार की जमकर किरकिरी हो रही है, हालांकि लापरवाही पर यकायक कार्रवाई की जा रही है। हाल ही में 492  अधिकारी-कर्मचारियों पर गाज गिर चुकी है। कुछ अफसरों की रिपोर्ट भी ऊर्जा मंत्री के पास पहुंची है।वही लापरवाह अधिकारियों-कर्मचारियों को भी धमकाने से कांग्रेस नेता पीछे नही हट रहे है। कैबिनेट मंत्री जीतू पटवारी के बाद कांग्रेस अध्यक्ष ने अधिकारी-कर्मचारियों को चेतावनी देते हुए कहा है कि कटौती को बंद नहीं किया तो लापरवाही करने करने वाले को उल्टा लटकाकर मारेंगे।अभी निवेदन कर रहे हैं नहीं सुनोगे तो दनादन भी करेंगे।जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल  हो रहा है।

दरअसल, बार बार बिजली कटौती की मिल रही शिकायतों के बाद सोमवार को बड़ी संख्या में कांग्रेस नेताओं ने  बिजली कंपनी पहुंचे और अफसरों की जमकर खिंचाई की। इस दौरान कांग्रेस जिला अध्यक्ष मनोज राजानी ने अधिकारियों को धमकाते हुए कहा कि मैं शहर कांग्रेस अध्यक्ष हूं लापरवाही करने वाले कर्मचारियों को यहीं पर उल्टा लटकाकर मारेंगे। हमको सरकार चलाना आता है। अभी ऊर्जा मंत्री को बुला सकता हूं, अगर आपसे नही हो रहा है तो हमें बताओं हम कर्मचारियों को ठीक कर देंगें। वही, पीछे से एक एक कार्यकर्ता ने कहा कि हम पहले आवेदन देंगे, निवेदन करेंगे लेकिन बाद में दनादन करेंगे। आप हमारी समस्या सुनो, हम सुनने नहीं आए हैं। हमारी सरकार को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। अगर सरकार के खिलाफ षड़यंत्र रचने की कोशिश की तो देख लेना उल्टा लटका कर मारेंगें, सरकार के खिलाफ कुछ बर्दाश्त नही करेंगें।

रजानी ने कहा कि लंबे समय से जमे पुराने अधिकारियों पर निगरानी रखने की आवश्यकता है। कटौती को लेकर मेरे पास रोज शिकायतें आ रही है। मेरा भाजपा पर खुला आरोप है कि भाजपा-आरएसएस के कर्मचारी ऐसा कर रहे हैं। ये लंगर डलवाते हैं, ट्रिपिंग कराते हैं। अधिकारी वर्ग इस षड़यंत्र में शामिल होता है। हमें सबको सुधारना आता है। जो भी इस षड़यंत्र में शामिल होगा उसे छोड़ा नहीं जाएगा। सरकार के खिलाफ षड़यंत्र रचने वालों को बिलकुल बर्दाश्त नही करेंगें। वहीं, पीछे से एक एक कार्यकर्ता ने कहा कि अभी निवेदन कर रहे हैं नहीं तो दनादन करेंगे। सरकार ने निर्देश दिए हैं कि जो लापरवाही करता है उसके खिलाफ एफआईआर कराओ।

वही इस वीडियो के वायरल होने के बाद भाजपा जिलाध्यक्ष नंदकिशोर पाटीदार कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा है कि आचार संहिता लागू होने के बाद भी कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने जिस तरह बिजली विभाग के कार्यालय में घुसकर अधिकारियों-कर्मचारियों को धमकाया, उससे साफ है कि कांग्रेस से प्रदेश की व्यवस्थाएं नहीं संभल रही है। अपनी व्यवस्थाएं सुधारने के बजाए कांग्रेसी उल्टा बिजली अधिकारियों को धमका रहे हैं। सोमवार को शहर में हुए घटनाक्रम से यह साबित हो गया कि कांग्रेसियों में कोई मर्यादा नहीं है। सत्ता के नशे में कांग्रेस के नेता कुछ भी कर सकते हैं। इस संबंध में निर्वाचन आयोग के अधिकारियों को भी संज्ञान लेकर सरकारी कर्मचारियों को धमकाने वाले कांग्रेस नेताओं के खिलाफ कार्रवाई करना चाहिए।

इससे पहले खेल और उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी शनिवार दोपहर इंदाैर में बिजली कंपनी के मुख्यालय पहुंचे और एमडी से मिले थे। उन्होंने अधीक्षण यंत्री और कार्यपालन यंत्रियों को तलब किया था। मंत्री ने सवाल किया था कि प्रदेश में भरपूर बिजली होने के बावजूद कटौती क्यों हो रही है? लाइन खराब हो रही है तो समय पर क्यों नहीं सुधर रही? काम नहीं करने वाले हर अफसर, कर्मचारी को सख्ती से हिदायत दी जाए। कहीं भी ट्रांसफाॅर्मर जले तो एक घंटे में ठीक होना चाहिए। दूसरी खराबी आए तो टीम तुरंत मौके पर पहुंचे। उन्होंने अधिकारियों को सख्त लहजे में निर्देश दिया था कि बिजली कटौती की वजह से सरकार की बदनामी नहीं होनी चाहिए।
 
प्रदेश में बिजली सप्लाई में लापरवाही एवं अनियमितता करने वाले कर्मचारी अधिकारियों पर लगातार कार्रवाई की जा रही है। अब तक 492 अधिकारियों-कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है।  ऊर्जा विभाग द्वारा विद्युत प्रदाय में अनियमितता पर 165 अधिकारी-कर्मचारी को निलंबित, 87 को कारण बताओ नोटिस और 240 की सेवा समाप्त की गई हैं। निलंबितों में चार कार्यपालन अभियंता, 10 सहायक अभियंता, 35 कनिष्ठ अभियंता और 116 लाइनमैन शामिल हैं।