क्लस्टर बसों की तरह दिल्ली में चल सकेंगी प्राइवेट मेट्रो ट्रेनें
नई दिल्ली
आने वाले वक्त में दिल्ली की क्लस्टर बसों की तरह ही दिल्ली मेट्रो के ट्रैक पर प्राइवेट ऑपरेटरों की ट्रेनें भी दौड़ती नजर आ सकती हैं। दिल्ली मेट्रो के बोर्ड ने DMRC को इजाजत दे दी है कि वह प्राइवेट ऑपरेटरों से कहे कि वे अपनी ट्रेनें खरीदकर लाएं और उन्हें मेट्रो के ट्रैक पर चलाएं। दिल्ली मेट्रो को यह विकल्प भी दिया गया है कि वह चाहे तो कुछ रूटों के लिए मेट्रो ट्रेनें किराए पर ले ले। आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय के सचिव दुर्गाशंकर मिश्रा ने इसकी पुष्टि की। उन्होंने बताया कि दिल्ली मेट्रो के पास पैसेंजर का पूरा डेटा होता है इसलिए वह ऑपरेटरों को प्राइवेट ट्रेनों में एक तय संख्या में यात्रियों की गारंटी दे सकेगा। इससे ट्रेन ऑपरेट करने वाली कंपनियों को प्रति पैसेंजर के हिसाब से या किलोमीटर के आधार पर अपना प्रस्ताव भेजने में आसानी होगी।
दरअसल, 3 साल पहले ही दिल्ली मेट्रो ने पैसेंजरों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए 300 से ज्यादा अतिरिक्त कोच खरीदने का प्रस्ताव तैयार किया था। यह प्रस्ताव दिल्ली व केंद्र सरकार को भेजा गया था। लेकिन दिल्ली सरकार की ओर से इसकी अब तक अनुमति नहीं मिली है। इसी वजह से दिल्ली मेट्रो के लिए ये विकल्प खोजे गए हैं। प्राइवेट ऑपरेटरों द्वारा ट्रेनें चलाने से एक फायदा यह होगा कि ट्रेनों को खरीदने और फिर उनके रखरखाव पर मेट्रो को खर्च नहीं करना पड़ेगा। इससे मेट्रो की आर्थिक सेहत सुधरेगी तो किराया बढ़ाने की भी जरूरत नहीं पड़ेगी।