खुले में शौच मुक्त घोषित हुआ ये जिला, 8 हजार परिवार के पास अभी भी नहीं है शौचालय
शेखपुरा
बिहार (Bihar) का शेखपुरा (Sheikhpura) जिला खुलें में शौच से मुक्त जिला घोषित हो चुका है, लेकिन उसके बाद भी 8 हजार परिवार के घरों में शौचालय (Toilet) नहीं बन सका है. ऐसे में राज्य सरकार ने जिला प्रशासन को दिसंबर तक इस आंकड़े को पूरा करने का अल्टीमेटम दिया है. हालांकि बिहार विधान सभा की प्राक्कलन समिति के सदस्य ने गहरी नाराजगी व्यक्त की है.
शेखपुरा जिला खुले में शौच से मुक्त जिला घोषित हो चुका है, लेकिन विडंबना यह है कि अभी भी जिले के 8 हजार परिवार ऐसे हैं जहां शौचालय का निर्माण नहीं हो सका है. जिला प्रशासन द्वारा राज्य सरकार को भेजे गए प्रस्ताव के बाद यह खुलासा हुआ है. जिसके बाद राज्य सरकार ने दिसंबर तक बचे हुए सभी घरों में शौचालय बना दिए जाने का निर्देश दिए हैं.
दूसरी तरफ बिहार विधान सभा के प्राक्कलन समिति के सदस्यों ने भी गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि समीक्षा में बातें सामने आई हैं कि जिला खुले में शौच से मुक्त हो जाने के बाद भी लोग बाहर शौच कर रहे हैं. साथ ही ऐसे कई परिवार है जिसने शौचालय बना लिया, लेकिन वर्षो बीत जाने के बाद भी अनुदान की राशि नहीं मिल सकी है.
दूसरी तरफ जब जिला मुख्यालय से सटे मटोखर गांव के महादलित टोले में जो शौचालय बना है उन लोगों से बात की गई तो लोगों ने कहा कि शौचालय बनाये हुए एक वर्ष से ज्यादा समय हो गया है, लेकिन राशि का भुगतान नहीं हो सका.
वहीं लाभार्थियों की शिकायत है कि फार्म पर साइन करा लिया गया, कई बार फोटो भी लिया गया, लेकिन प्रोत्साहन की राशि नहीं मिल सकी है. जिसके जवाब में डीडीसी ने कहा कि कुछ टेक्निकिल कारणों से राशि की भुगतान में दिक्कते हुई हैं. उन्होंने उसे जल्द ठीक किये जाने की बात भी कही है.
बहरहाल जिला प्रशासन के सामने एक बड़ी चुनौती है कि 8 हजार परिवार के घरों में शौचालय का निर्माण कराया जाए और जिन परिवारों को शौचालय निर्माण के बाद भी राशि भुगतान नहीं हुआ है उसे भुगतान कराया जाए. हालांकि डीएम ने बीडीओ सहित पंचायत स्तर के अधिकारियों और कर्मियों की बैठक कर स्वच्छता अभियान का टास्क को पूरा करने का निर्देश दिया है.