गेस्ट टीचर्स का मानदेय पांच हजार रुफए तक बढ़ा

इलाहाबाद
राजकीय एवं सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत व्यावसायिक शिक्षकों या अतिथि विषय विशेषज्ञों का मानदेय सरकार ने बढ़ा दिया है। इससे इन स्कूलों में कार्यरत 2169 शिक्षकों को लाभ मिलेगा। सचिव शासन सन्ध्या तिवारी ने पांच जुलाई को मानदेय वृद्धि का आदेश जारी किया है। इंटर स्तर पर कार्यरत व्यावसायिक शिक्षकों को 500 रुपये प्रति व्याख्यान या अधिकतम 15000 रुपये प्रतिमाह भुगतान हो सकेगा। इससे पहले इन्हें अधिकतम 10 हजार रुपये प्रतिमाह मिलते थे। वहीं हाईस्कूल स्तर पर कार्यरत व्यावसायिक शिक्षकों को 400 रुपये प्रति व्याख्यान या अधिकतम 12000 रुपये प्रतिमाह भुगतान की अनुमति दी गई है। पहले इन्हें हर महीने अधिकतम 8 हजार रुपये मिलता था। माध्यमिक शिक्षा निदेशक को भेजे आदेश में कहा गया है कि आदेश जारी होने की तारीख से संशोधित दर से मानदेय का भुगतान होगा।
डिग्री कॉलेज के अंशकालिक शिक्षकों का भी मानदेय बढ़ा
सत्र 2018-19 में सहायता प्राप्त स्नातक व स्नातकोत्तर महाविद्यालयों में शिक्षकों के रिक्त पद के सापेक्ष मानदेय के आधार पर सेवानिवृत्त शिक्षकों के अध्यापन के लिए तय मानदेय भी बढ़ा दिया गया है। उच्च शिक्षा निदेशक की ओर से संयुक्त निदेशक डॉ. दिलीप कपूर ने चार जुलाई को मानदेय वृद्धि का आदेश जारी किया है। असिस्टेंट प्रोफेसर को प्रति व्याख्यान 500 रुपये या अधिकतम 25000 रुपये प्रतिमाह भुगतान किया जा सकेगा। पूर्व में प्रति व्याख्यान 400 रुपये और अधिकतम सीमा 20000 थी। एसोसिएट प्रोफेसर को प्रति व्याख्यान 600 रुपये या अधिकतम 30 हजार रुपये हर महीने मिलेगा। पूर्व में प्रति व्याख्यान 500 रुपये या अधिकतम 22000 रुपये प्रतिमाह अनुमन्य था। इसी प्रकार प्रोफेसर को 700 रुपये प्रति व्याख्यान या अधिकतम 35000 रुपये प्रतिमाह दिया जा सकता है। पूर्व में प्रति व्याख्यान 600 रुपये प्रति व्याख्यान या अधिकतम 25000 रुपये हर महीने अनुमन्य था। 69 वर्ष तक के सेवानिवृत्त शिक्षकों से ही मानदेय पर पढ़वाया जा सकता है।