घाटी में विकास परियोजनाओं को केंद्र देगा रफ्तार, पीएमओ करेगा सीधी निगरानी

घाटी में विकास परियोजनाओं को केंद्र देगा रफ्तार, पीएमओ करेगा सीधी निगरानी

 नई दिल्ली
 
केंद्र सरकार जम्मू कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश बनाने के बाद वहां आधारभूत ढांचे को मजबूत करने और रोजगार के लिहाज से निवेश आकर्षित करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है। सभी मंत्रालयों से जम्मू कश्मीर में लंबित परियोजनाओं का ब्योरा मांगा गया है। 

इसके साथ ही परियोजनाओं की साप्ताहिक मॉनीटरिंग के निर्देश दिए गए हैं। सरकार चाहती है कि स्थिति सामान्य होने पर निवेश व रोजगार के लिहाज से बड़े उद्योगपतियों को यहां आमंत्रित किया जाए। सरकार के अहम विभागों को कई स्तरों पर विकास की परियोजनाओं को तैयार करने और पहले से चल रही योजनाओं को समयबद्ध तरीके से पूरा करने को कहा गया है।
 

एक लाख आवास बनेंगे : पंचायतों व ब्लॉक स्तर पर नए लाभार्थियों की सूची तैयार करके जम्मू कश्मीर में एक लाख नए आवास बनाए जाएंगे। इसके पहले 38 हजार से ज्यादा आवास का लक्ष्य लाभार्थियों की सूची के आधार पर तैयार किया गया था। अधिकारियों ने कहा कि स्थिति सामान्य होते ही कई स्तरों पर फर्क नजर आएगा। पंचायतों को ज्यादा ताकत देकर सीधे उनके जरिए काम कराए जाएंगे। पंचायतों को सात सौ करोड़ रुपए दिए गए थे। जल्द ही करीब तीन हजार करोड़ रुपए और दिए जाएंगे। जिससे ग्रामीण स्तर पर कई काम पंचायतें खुद करा सकें।
 

बस्तरिया बटालियन की तर्ज पर भर्ती की जाएगी
केंद्रीय बलों की नियुक्तियों में जम्मू कश्मीर के लोगों को किस तरह से समाहित किया जाएगा इसका भी खाका नए सिरे से तैयार होगा। बस्तरिया बटालियन की तर्ज पर सीआरपीएफ में जम्मू कश्मीर के स्थानीय लोगों को नई बटालियन बनाने का सुझाव भी सामने आया है। केंद्रीय मानकों पर स्कूल बनाने और सुदूरवर्ती इलाकों में शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए सुझाव मांगे गए हैं।

पीएमओ की मॉनीटरिंग
जो परियोजनाएं चल रही हैं उनपर तेजी से काम होगा। क्योंकि इसकी सीधी मॉनीटरिंग पीएमओ करेगा। मौजूदा 272 किलोमीटर के ऊधमपुर, श्रीनगर, बारामुला रेल लिंक के अलावा 111 किमी कटरा बनिहाल रेलवे लिंक पर काम तेज होगा। इन दोनों का रणनीतिक महत्व है।

काम पूरा करने पर जोर
साढ़े छह किलोमीटर की जेड-मोड़ टनल के अलावा 14.3 किलोमीटर की जोजिला टनल पर काम चल रहा है। जोजिला टनल श्रीनगर और लेह को जोड़ेगी। एनएचएआई इस समय 189 किलोमीटर की पांच सड़क परियोजनाओं पर काम कर रहा है। इसकी लागत करीब 10 हजार 676 करोड़ रुपए है।