चुनाव अभियान में चुटकुलों के साथ विपक्ष पर निशाना साध रहे हैं रमन सिंह
रायपुर
अपने समर्थकों के बीच ‘डॉक्टर साहेब’, ‘मोबाइल वाले बाबा’ और सबसे अधिक ‘चांउर वाले बाबा’ के नाम से मशहूर मुख्यमंत्री रमन सिंह अपने चुनाव प्रचार में विपक्ष पर निशाना साधने के लिए चुटकुलों की भी मदद लेते हैं. रमन सिंह ने अजीत जोगी और मायावती की पार्टियों के बीच हाल ही में बने गठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कि हल जोतने वाले किसानों को हाथी की नहीं बल्कि बैल की जरूरत होती है.
बता दें, मुख्यमंत्री रमन सिंह राज्य में रिकॉर्ड 15 साल से सत्ता में हैं. अगले पांच साल के एक और कार्यकाल के लिए प्रयासरत हैं. रमन सिंह के निर्वाचन क्षेत्र राजनंदगांव में सोमवार को पहले चरण में मतदान कराया गया. दूसरे चरण में शेष 72 विधानसभा सीटों पर मतदान होगा. मतों की गिनती 11 दिसंबर को होगी.
गौरतलब है कि रमन सिंह की अगुवाई में भाजपा छत्तीसगढ़ में लगातार तीन बार शासन किया है. 2003 में तत्कालीन कांग्रेस नेता अजीत जोगी की सरकार को हराकर भाजपा सत्ता में आई थी. जोगी ने अब अपनी अलग पार्टी बना ली है, जिसका चुनाव चिह्न हल वाला किसान है. उन्होंने विधानसभा चुनावों के लिए मायावती की बहुजन समाज पार्टी (चुनाव चिह्न हाथी) के साथ गठबंधन किया है.
विपक्षी दलों का दावा है कि सिंह के खिलाफ सत्ता विरोधी रुझान है. विपक्ष का आरोप है कि सिंह की सरकार नक्सली मुद्दे से निपटने में असफल रही है. निवर्तमान विधानसभा में भाजपा के 49 विधायक और कांग्रेस के 39 विधायक हैं. बसपा के एक विधायक हैं और एक विधायक निर्दलीय हैं.
वहीं रमन सिंह ने कहा कि नक्सल प्रभावित बीजापुर, दंतेवाड़ा और अन्य जगहों पर मतदान चल रहा है और जिस तरह से लोग इसमें भाग ले रहे हैं, यह दिखाता है कि वे नक्सली हिंसा से विचलित नहीं हैं. उन्होंने कहा कि लोग मतदान करने के लिए साहसपूर्वक आ रहे हैं और शुरुआती रुझान उत्साहजनक हैं और हम इन नक्सली प्रभावित क्षेत्रों में 2013 के विधानसभा चुनावों की तुलना में अधिक सीटें जीतेंगे.