छत्तीसगढ़ के सबसे युवा मंत्री बने उमेश पटेल, गमगीन माहौल में संभाली थी राजनीतिक जिम्मेदारी

छत्तीसगढ़ के सबसे युवा मंत्री बने उमेश पटेल, गमगीन माहौल में संभाली थी राजनीतिक जिम्मेदारी

रायगढ़ 
छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले की हाई प्रोफाइल सीट खरसिया से दूसरी बार विधायक निर्वाचित हुए उमेश पटेल को भूपेश कैबिनेट में शामिल किया गया है. उमेश पटेल ने राजधानी रायपुर के पुलिस परेड ग्राउंड में शपथ लिया. राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने उमेश पटेल को शपथ दिलाई. खरसिया विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के प्रतिद्वंदी व पूर्व आईएएस ओमप्रकाश चौधरी को हराकर उमेश पटेल दूसरी बार विधानसभा पहुंचे हैं. उमेश की उम्र अभी 35 वर्ष है और वे राज्य के नव गठित मंत्रिमण्डल में सबसे कम उम्र के मंत्री हैं.


उमेश पटेल के पिता नंदकुमार पटेल कांग्रेस के दिग्गज नेता थे. वे प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष भी थे. झीरम घाटी हमले में नंदकुमार पटेल की हत्या नक्सलियों ने कर दी थी. इस हमले में उमेश पटेल के भाई दिनेश पटेल की भी हत्या कर दी गई थी. पिता और भाई की मौत के बाद उमेश पटेल ने कार्पोरेट कंपनी की बड़ी नौकरी छोड़कर राजनीतिक विरासत संभाली. उमेश ने आईटी में इंजीनियरिंग की डिग्री ली है.

फिलहाल उमेश पटेल मूल रूप से खेती के कारोबार से जुड़े हुए हैं. उमेश रायगढ़ जिले के नंदेली गांव के रहने वाले हैं. साल 2013 में सुधा पटेल से उनकी शादी हुई. उमेश साल 2013 से 14 के बीच कांग्रेस के प्रदेश महासचिव रहे. इसके साथ ही वे साल 2013 से विधायक भी रहे हैं. उन्होंने उस समय भाजपा के निकटतम प्रतिद्वंदी जवाहरलाल नायक को हराकर विधानसभा में अपनी जगह बनाई थी. विधायक रहने के दौरान वे सरकारी उपक्रम संबंधि समिति, पुस्तकालय समिति और महिलाओं और बालिकाओं के कल्याण संबंधि समितियों में बतौर सदस्य काम का अनुभव रखते हैं.

मंत्री बनाए जाने के बाद न्यूज 18 से खास बातचीत के दौरान उमेश ने कहा- 'उन्हें जिन विभागों की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी, वे उसे पूरी निष्ठा के साथ निभाएंगे. जनता का फीडबैक लेकर काम करेंगे.'