बीजेपी की राष्ट्रीय महामंत्री सरोज की भाभी पार्टी प्रत्याशी के खिलाफ वैशाली नगर से मैदान में उतरीं
दुर्ग
भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय महामंत्री सरोज पांडेय ने गुरुवार को पार्टी प्रत्याशियों के नामांकन दाखिले के दौरान पूरे आत्मविश्वास के साथ कहा था पार्टी के रूठे कार्यकर्ताओं को मना लिया जाएगा। उनके इस बयान के एक दिन बाद उनकी भाभी चारुलता पांडेय ने शुक्रवार को वैशालीनगर विधान सभा क्षेत्र से बतौर निर्दलीय नामांकन दाखिल कर दिया है। चारुलता की ओर से वैशालीनगर से बीजेपी प्रत्याशी विद्यारतन भसीन के खिलाफ मैदान में उतरने से यहां की चुनावी हलचल अचानक तेज हो गई है। उन्होंने नामांकन दाखिल कर पार्टी प्रत्याशी को खुली चुनौती दे दी है। उनके नामांकन के साथ ही कथित अनुशासित पार्टी बीजेपी में खुली चुनौती देने का यह जिले में संभवत: पहला मामला होगा।
घर परिवार में भी एकता नहीं बल्कि विद्रोह की स्थिति
सरोज के भाई और भाभी द्वारा निर्दलीय चुनाव के ऐलान को अभी तक टिकट कटने की नाराजगी से जोड़कर देखा जा रहा था। पार्टी के पदाधिकारी भी इसे तत्काल गुस्से में उठाया जाना वाला कदम मानकर चल रहे थे और बाद में मामला और गुस्सा दोनों शांत होने की उम्मीद लगाए थे। अब चूंकि नामांकन दाखिल हो गया तो देखना यह है कि इस मामले में पार्टी और संगठन की ओर से फिर मान-मनौव्वल किया जाएगा या सीधे अनुशासनहीनता की कार्रवाई की जाएगी। पार्टी संगठन को रुठों को मनाने का एक मौका नाम वापसी तक मिला हुआ है। नाम वापसी के बाद भी वे मैदान में डटी रहीं तो पार्टी प्रत्याशी की मुश्किल भी बढ़ेगी। वहीं चारुलता के इस कदम से सरोज की राजनीतिक करियर और छवि पर विपरीत असर पडऩे से भी इनकार नहीं किया जा सकता है। यदि नाम वापसी तक सरोज अपनी भाभी को मना नहीं पाई तो यह भी संदेश जाएगा कि चुनाव लडऩे की लालसा को लेकर घर परिवार में भी एकता नहीं बल्कि विद्रोह की स्थिति है।