छत्तीसगढ़ः मुश्किल से जीते रमन सिंह, अहम सीटों पर हार गए BJP प्रत्याशी

छत्तीसगढ़ः मुश्किल से जीते रमन सिंह, अहम सीटों पर हार गए BJP प्रत्याशी

 
रायपुर 

छत्तीसगढ़ में बीजेपी के खिलाफ कांग्रेस की ऐसी आंधी चली कि उसके एक से बढ़कर एक सारे किले और क्षत्रप उड़ गए. मुख्यमंत्री रमन सिंह की जीत जहां सम्मानजनक नहीं रही, वहीं आठ से ज्यादा मंत्रियों को हार का सामना करना पड़ा. रायगढ़ और अंबिकापुर संभाग में बीजेपी का पूरी तरह से सफाया हो गया. हालांकि कुछेक मंत्री और विधायक अपनी लाज बचाने में जरूर कामयाब रहे.

बताया जाता है कि सात फीसदी का वोट स्विंग होने के चलते बीजेपी को करारी शिकस्त झेलनी पड़ी. कांग्रेस को 68 सीटों पर जीत मिली है. राज्य में यह पहला मौका है जब कोई राजनैतिक दल इतनी अधिक सीटों के साथ विधानसभा में दाखिल होगा. मुख्यमंत्री रमन सिंह भी आखिरी दौड़ में लगभग 16 हजार वोटों पर टिके रहे.

रमन सरकार के कई मंत्री हारे

मुख्यमंत्री रमन सिंह के मंत्रिमंडल में सुर्ख़ियों में रहने वाले मंत्रियों के हारने की झड़ी लगी रही. इसमें रजेश मूणत, प्रेम प्रकाश पांडे, अमर अग्रवाल, रामसेवक पैकरा, भईयालाल रजवाड़े, केदार कश्यप, महेश गागड़ा, दयालदास बघेल शामिल हैं जबकि बाकी चार मंत्रियों की हालत भी बेहद नाजुक रही.

विधानसभा अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल भी नहीं बच पाए. यही हाल विधायकों का रहा. बीजेपी के दो दर्जन से ज्यादा मौजूदा विधायकों को बुरी तरह से शिकस्त मिली. किसी ने सपने में भी नहीं सोचा था कि बीजेपी को इतनी करारी हार का सामना करना पड़ेगा. शाम होते ही मुख्यमंत्री रमन सिंह पार्टी मुख्यालय पहुंचे और उन्होंने  हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अपने इस्तीफे की घोषणा की.

रमन सिंह ने कहा कि ये चुनाव मेरे नेतृत्व में लड़ा गया था, 15 सालों तक छत्तीसगढ़ की जनता ने मुझे सीएम बनाया, ये चुनाव मेरे चेहरे को सामने रखकर लड़ा गया था, पार्टी की हार हुई है, और इस हार की मैं नैतिक जिम्मेदारी लेता हूं, क्योंकि ये चुनाव मेरे नाम से लड़ा गया था. उन्होंने कांग्रेस को बधाई दी और कहा कि वह शुभकामनाएं देते हैं कि कांग्रेस ने जो वादा किया है, उन्हें पूरा करे. इस चुनाव में जनता ने कांग्रेस को जनादेश दिया है. अब आने वाले समय में नई भूमिका में वह जनता के मुद्दों पर लड़ेंगे.

खरसिया से ओपी चौधरी हार गए

रायपुर जिले में श्रीचंद सुंदरानी, धरसींवा से देवजी भाई पटेल , ग्रामीण से नंदे साहू, आरंग से संजय ढीढी, अभनपुर से चंद्रशेखर साहू, खरसिया से ओपी चौधरी, कांकेर से विक्रम उसेंडी, जगदलपुर से संतोष बाफना, डोंगरगांव से मधुसुधन यादव चुनाव हार गए. ये सभी उम्मीदवार सत्ताधारी बीजेपी के थे. उधर कांग्रेस के गुरुमुख सिंह होरा धमतरी विधानसभा सीट से लगभग चार सौ वोटों से हारे.

कांग्रेस के मोहम्मद अखबर राज्य में सर्वाधिक 71 हजार वोटों से जीते. कोटा विधनसभा सीट से रेणु जोगी लगभग पांच हजार दो सौ वोटों से जीतीं. उनके पति अजित जोगी लगभग 40 हजार वोटों से जीते. उनकी बहु ऋचा जोगी अकलता विधानसभा सीट से बीजेपी के सौरभ सिंह से लगभग चार हजार वोटों से हार गईं.