जामियाः फैशन शो को गैर-इस्लामिक बता किया विरोध, करना पड़ा रद्द

जामियाः फैशन शो को गैर-इस्लामिक बता किया विरोध, करना पड़ा रद्द

 नई दिल्ली
दिल्ली स्थित जामिया मिलिया इस्लामिया के इंजिनियरिंग विभाग में एक फैशन शो को इसलिए रद्द करना पड़ गया क्योंकि विभाग के कुछ स्टूडेंट्स इसे 'अनैतिक' और 'गैर-इस्लामिक' बता इसका विरोध कर रहे थे। अब जामिया में कई लोग 'असहिष्णुता' और 'कट्टरपंथी तत्वों' के खिलाफ खड़े हो गए हैं। स्टूडेंट्स का आरोप है कि इस कार्यक्रम का 'स्टू़डेंट्स ऑफ जामिया' ग्रुप के 12 सदस्यों ने विरोध किया। उन लोगों का दावा था कि इससे यूनिवर्सिटी की बदनामी होगी।


टूरिजम मैनेजमेंट में मास्टर के स्टूडेंट सदाफ नसर ने कहा, 'जामिया पहले ही अपने अल्पसंख्यक कैरेक्टर के कारण स्टीरियोटाइप बना हुआ है। इस तरह की घटना इस स्टीरियोटाइप को मजबूत करता है कि जामिया पीछे की तरफ चलने वाला है और स्टूडेंट्स लोकतांत्रिक मूल्यों का पालन नहीं करते।'

फैशन शो 'तर्ज-ए-लिबास' एक्सटेसी फेस्टिवल का हिस्सा है जिसका आयोजन 30 मार्च को होना था। लेकिन इसके शुरू होने से पहले 12 लोगों ने प्लेकार्ड दिखाकर इसका विरोध किया। जिसमें लिखा था कि 'फैशन शो जामिया के मूल विचार के खिलाफ है'। विरोध कर रहे एक स्टूडेंट मोहम्मद अरशद वारसी ने दावा किया, 'जामिया की कुछ तहजीब और संस्कृति है और फैशन शो जैसी चीज इसका हिस्सा नहीं है।'

उधर, विरोध का समर्थन कर रहे आप के छात्र संगठन सीवाईएसएस के दिल्ली वाइस-प्रेजिडेंट अकदस सामी ने टाइम्स ऑफ इंडिया से कहा, 'ऐसे इवेंट यूनिवर्सिटी में अवरोध पैदा करते हैं और यह जामिया के मूल्यों का हिस्सा नहीं है। उन्होंने दावा किया कि घटना को बढ़ा चढ़ाकर पेश किया जा रहा है।