AICTE नियमों का उल्लंघन, कम होंगी College Seat

AICTE नियमों का उल्लंघन, कम होंगी College Seat
भोपाल राज्य के सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज और पॉलीटेक्निक अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) के मापदंडों को पूरा नहीं कर रहे हैं। इसलिए एआईसीटीई ने नियमों का पालन नहीं करने पर कॉलेज और पॉलीटेक्निक के आगामी सत्र 2021-21 की सीटों में कटौती करने का निर्णय लिया है। अपनी कमियों की पूर्ति करने के लिए एआईसीटीई ने 30 जून तक समय दिया है। एआईसीटीई ने राज्य के सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज और पॉलीटेक्निक पर नियमों का पालन नहीं करने पर एक्शन लेगा। एआईसीटीई ने उन्हें मापदंड पूरे करने तीस जून तक का समय दिया है। प्रदेश में सागर, उज्जैन, रीवा, जबलपुर और नौगांव सहित एक दर्जन इंजीनियरिंग कॉलेज और 69 पॉलीटेक्निक संचालित हैं। कॉलेज एवं पॉलीटेक्निक में एआईसीटीई के मापदंडों का पालन नहीं किया जा रहा है। एआईसीटीई ने गत वर्ष एक्शन लेते हुए सीटों में कटौती कर दी थी, लेकिन शासन ने एक साल में मापदंडों की पूर्ति का पत्र भेजकर सभी कालेज और पॉलीटेक्निक की सीटों को बचा लिया था। अभी तक वे अपनी खामियों को दूर नहीं कर पाए हैं। इसलिए एआईसीटीई चेयरमैन अनिल सहस्त्रबुद्धे ने पत्र जारी कर जारी करते हुए कहा है कि मापदंडों का पालन नहीं करने पर संस्थानों की कुल सीटों पर कटौती की जाएगी। इंजीनियरिंग कॉलेज और पॉलीटेक्निक में चालीस से पचास फीसदी वैकेंसी बनी हुई है। इसके अलावा क्लासरूम, लैब, उपकरण और स्टाफ रूम, कॉमन रूम और अधोसंरचना की कमियों को समय रहते शासन द्वारा पूरा नहीं किया गया, तो कॉलेजों को काफी नुकसान उठाना पड़ सकता है। एआईसीटीई ने सभी सरकारी कॉलेज और पॉलीटेक्निक को तीस जून तक जानकारी आॅनलाइन तक देने के आदेश जारी किए हैं। अगर कॉलेज और पॉलीटेक्निक समय रहते अपनी जानकारी एआईसीटीई तक नहीं भेजते हैं, तो एआईसीटीई कॉलेज और पॉलीटेक्निक का आकस्मिक निरीक्षण कर उनकी सीटों में भारी कटौती करेगा।