तेजस्वी यादव के निर्देश पर तय हो रहे RJD के कार्यक्रम पर खुद नहीं हो रहे शामिल

तेजस्वी यादव के निर्देश पर तय हो रहे RJD के कार्यक्रम पर खुद नहीं हो रहे शामिल

पटना 
आरजेडी के सदस्यता अभियान की शुरुआत शुक्रवार को हो तो गई, लेकिन नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने एक बार फिर कार्यकर्ताओं को निराश किया। वह कार्यक्रम में भाग लेने के लिए पार्टी कार्यालय नहीं पहुंचे। लालू परिवार का कोई भी सदस्य पार्टी के इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में शामिल नहीं था। हद तो यह है कि सांगठनिक चुनाव के लिए राष्ट्रीय चुनाव पदाधिकारी घोषित जगदानंद भी कार्यक्रम में नहीं थे। 

लोकसभा चुनाव के बाद से नेता प्रतिपक्ष टेलीफोन से ही अपनी पार्टी आरजेडी का संचालन कर रहे हैं। पार्टी नेताओं को उनका निर्देश मिल रहा है। नेताओं की मानें तो तेजस्वी के निर्देश पर ही पार्टी की नीतियां और कार्यक्रम तय हो रहे हैं। बावजूद वह न तो किसी कार्यक्रम में भाग ले रहे है और न ही कार्यकताओं की परेशानी सुनने के लिए उपलब्ध हो रहे हैं। दूसरे बड़े नेता भी पार्टी कार्यालय नहीं पहुंच रहे हैं। ऐसे में कार्यकर्ताओं की उम्मीद प्रदेश अध्यक्ष रामचन्द्र पूर्वे पर ही टिकी है। 

शायद राजद नेताओं को तेजस्वी यादव के कार्यक्रम में नहीं पहुंचने की आशंका पहले से ही थी। लिहाजा मुख्यालय के कार्यक्रम को पटना तक ही सीमित रखा गया। प्रखंडों में सदस्यता अभियान शुरू करने के लिए अलग-अलग कार्यक्रम किये गये। पहले तय कार्यक्रम के अनुसार पटना में ही एक साथ सदस्यता अभियान शुरू करने की योजना थी। 
 
दिल्ली में ही रह रहे तेजस्वी, कार्यक्रमों में नहीं हुए शामिल 
लोकसभा चुनाव प्रचार खत्म होने के बाद से ही तेजस्वी का अधिकतर दिल्ली में ही रह रहे हैं। उसके बाद से वह पार्टी के कार्यकमों में भाग नहीं ले रहे हैं। अंतिम चरण के चुनाव में वह वोट देने के लिए भी दिल्ली से पटना नहीं पहुंचे। हार के कारणों की समीक्षा के लिए राबड़ी देवी के आवास पर हुई बैठक में उन्होंने भाग लिया और फिर दिल्ली चले गये। पार्टी के स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में वह नहीं आये। अगले दिन राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में उन्होंने भाग लिया। कार्यसमिति ने उस बैठक में तेजस्वी यादव को विधानसभा चुनाव में अपना सीएम उममीदवार घोषित किया और उन्होंने भी कार्यकर्ताओं से मिले-जुलने का वादा किया, लेकिन उसके बाद फिर दिल्ली चले गये। विधानसभा की कार्यवाही में भी वह मात्र दो दिन पहुंचे।