पटना वापस लौटे तेजस्वी, बोले- आरक्षण के साथ जो खेलेगा उसके लिए खतरा होगा
पटना
आरजेडी नेता और बिहार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejaswi Yadav ) पटना लौट आए हैं. पटना पहुंचते ही उन्होंने आरक्षण (Reservation) के मुद्दे को लेकर आरएसएस (RSS) प्रमुख मोहन भागवत (Mohan Bhagvat) के बयान पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि आरएसएस संविधान को खत्म करना चाहता है. हालांकि तेजस्वी ने खुद के पार्टी अध्यक्ष (President) बनने की चर्चाओं पर पूछे गए सवाल पर कुछ नहीं कहा.
हालांकि उन्होंने मोहन भागवत के बयान पर कहा कि देश में आरक्षण खत्म करने की साजिश की जा रही है. हमने पहले भी आरएसएस के एजेंडे का विरोध किया है. उन्होंने कहा कि आरक्षण के साथ जो खेलेगा उसके लिए खतरा होगा. गौरतलब है कि आरक्षण वही मुद्दा है जिसने 2015 के चुनाव में बड़ा असर डाला था और इसी आधार पर आरजेडी की सत्ता में वापसी हुई थी.
बहरहाल तेजस्वी यादव अचानक पटना तो लौट आए हैं, लेकिन लोकसभा चुनाव में आरजेडी की करारी शिकस्त के बाद से ही तेजस्वी यादव सक्रिय राजनीति से दूर रह रहे हैं. बीते 9 जुलाई से पटना से बाहर थे. गौरतलब है कि शुक्रवार को आरजेडी के विधायक दल की बैठक में तेजस्वी यादव के नहीं आने के बाद पार्टी ने इस बैठक को शनिवार तक के लिए बढ़ा दिया था. बाद में उनके नहीं आने के कारण बैठक को रद्द करना पड़ा था.
पार्टी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार तेजस्वी के इस तरह से पार्टी को उपेक्षित करने से पार्टी के नेताओं में भी नाराजगी बढ़ने लगी है. गौरतलब है कि करीब एक महीने तक चले विधानसभा के मॉनसून सत्र में भी विपक्ष के नेता तेजस्वी मात्र दो दिन शामिल हुए, मगर किसी चर्चा में उन्होंने हिस्सा नहीं लिया.
कुछ दिन पहले तक तेजस्वी को संघर्ष करने की नसीहत देने वाले आरजेडी के उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी से जब इस संबंध में पूछा गया तो उन्होंने निराशा जताते हुए कहा, मेरी कौन सुन रहा है। तेजस्वी को आरजेडी की बैठकों में रहना चाहिए था। अब वह कहां हैं, मुझे नहीं पता.
इसी तरह पार्टी के वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद सिंह ने भी तेजस्वी पर तंज कसते हुए कहा था कि जमीन पर तो हमलोग मेहनत कर ही रहे हैं. जब सीएम पद की शपथ लेने की बारी आएगी तब तेजस्वी भी आ जाएंगे.